माइक्रोमैक्स कैनवस 6 प्रो का रिव्यू

आज हम माइक्रोमैक्स के 4 जीबी रैम वाले माइक्रोमैक्स कैनवस 6 प्रो का रिव्यू करेंगे और जानेंगे कि माइक्रोमैक्स का यह फीचर क्या फोन को वाकई खास बनाता है या कंपनी को गलत साबित करता है?

माइक्रोमैक्स कैनवस 6 प्रो का रिव्यू
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माइक्रोमैक्स ने हाल ही में अपने नए फ्लैगशिप स्मार्टफोन कैनवस 6 और कैनवस 6 प्रो पेश किए थे। पिछले महीने गुड़गांव में आयोजित एक बड़े लॉन्च इवेंट में इन दो स्मार्टफोन के साथ कंपनी के नए लोगो और ब्रांडिंग की भी जानकारी दी गई। बजट स्मार्टफोन निर्माता माइक्रोमैक्स ने भारत के स्मार्टफोन बाजार में जबरदस्त बढ़त बनाई है। अब कंपनी शाओमी और एलईईको जैसे अपने चीनी प्रतिद्वंदियों को पछाड़ना चाहती है जिन्होंने फीचर, बनावट और कीमत के दम पर बजट सेगमेंट में काफी उथलपुथल मचाई है।

दूसरी कंपनिया हाई-रिजॉल्यूशन स्क्रीन, टॉप सीपीयू, फिंगरप्रिंट सेंसर और मेटल बॉडी से लैस स्मार्टफोन बेहद कम कीमत पर लॉन्च कर रही हैं। वहीं माइक्रोमैक्स ने 4 जीबी रैम को अपने ट्रंप कार्ड की तरह पेश किया है। 10,000 रुपये से कम कैटेगरी वाले लगभग सभी फोन में 2 जीबी रैम ही होती है। आज हम माइक्रोमैक्स के 4 जीबी रैम वाले माइक्रोमैक्स कैनवस 6 प्रो का रिव्यू करेंगे और जानेंगे कि माइक्रोमैक्स का यह फीचर क्या फोन को वाकई खास बनाता है या कंपनी को गलत साबित करता है?
 

लुक और डिजाइन
कैनवस 6 प्रो को माइक्रोमैक्स का अब तक का सबसे बेहतर लुक वाला फोन कहा जा सकता है। कंपनी के पुराने प्रोडक्ट में इस्तेमाल किए गए घटिया मटेरियल की जगह इस फोन में अच्छे मटेरियल का इस्तेमाल किया गया है। रियर पर मैट प्लास्टिक शैल है और किनारे बहुत ज्यादा प्रीमियम अहसास नहीं देते। लेकिन ब्लैक ग्लास फ्रंट के किनारे फोन को पकड़ने में सुविधाजनक हैं। कुल मिलाकर फोन की बनावट अच्छी दिखती है और इस फोन को लेकर आप खुश दिखाई देंगे।

फोन का फ्रंट सख्त है लेकिन ऑन-स्क्रीन बटन राहत देते हैं। आगे की तरफ फोन मे कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3, फ्रंट कैमरा और नोटिफिकेशन एलईडी हैं। दायीं तरफ पॉवर और वॉल्यूम बटन हैं। नीचे की तरफ माइक्रो-यूएसबी पोर्ट है। ऊपर की तरफ 3.5 एमएम का ऑडियो जैक है।
 

फोन का रियर एचटीसी के पुराने विंडोज फोन 8 मॉडल की तरह लगता है। टेक्स्चरयुक्त रियर कवर को रिमूव किया जा सकता है। ऊपर की तरफ बीच में रियर कैमरा और फ्लैश है। इसके नीचे माइक्रोमैक्स का हाल ही में डिजाइन किया गया नया लोगो है और सबसे नीचे की तरफ स्पीकर ग्रिल है।

रियर कवर को हटाकर बैटरी को फोन से अलग किया जा सकता है। बैटरी को हटटाकर माइक्रोएसडी कार्ड और एक नैनो-सिम व एक माइक्रो-सिम कार्ड स्लॉट देखा जा सकता है। माइक्रोमैक्स कैनवस 6 प्रो को खरीदने पर आपको एक चार्जर, केबल, हेडसेट, स्क्रीन प्रोटेक्टर और माइक्रोफाइबर कपड़ा बॉक्स में साथ मिलेगा।
 


स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयर
माइक्रोमैक्स ने 15,000 रुपये से कम कीमत में अपने नए स्मार्टफोन में 2 गीगाहर्ट्ज़ पर चलने वाला मीडियाटेक हीलियो एक्स10 प्रोसेसर (एमटी6795एम) दिया है। इसके अलावा 4 4 जीबी रैम के साथ यह फोन सुर्खियों में है। फोन में 16 जीबी स्टोरेज है और माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए 64 जीबी तक बढ़ाई जा सकती है।

माइक्रोमैक्स कैनवस 6 प्रो में 1080x1920 पिक्सल रिजॉल्यूशन वाला 5.5 इंच स्क्रीन है जो इस कीमत के हिसाब से अच्छी कही जा सकती है। फोन में 13 मेगापिक्सल का रियर कैमरा और 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है। फोन दोनों सिम में एलटीई सपोर्ट करता है। कनेक्टिविटी के लिए फोन में वाई-फाई 802.11 बी/जी/एन, ब्लूटूथ 4.1 और यूएसबी-ओटीजी सपोर्ट करता है। फोन में 3000 एमएएच की बैटरी है।


इस फोन में फिंगरप्रिंट सेंसर, क्विक चार्जिंग, इंफ्रारेड, एनएफसी जैसे फीचर नहीं हैं। जबकि इस कीमत के दूसरे स्मार्टफोन अब इन फीचर के साथ आते हैं। ऐसा लगता है कि कंपनी कैनवस 6 प्रो के लिए 4 जीबी रैम को ही अनोखा फीचर मान रही है। शायद इसीलिए दूसरे स्पेसिफिेकेशन के तौर पर कंपनी ने थोड़ा समझौता कर लिया है।

बात करें सॉफेटवेयर की तो फोन में काफी कुछ खास है। कैनवस 6 प्रो एंड्रॉयड 5.1 पर चलता है जिसके ईपर कस्टम स्किन दी गई है जो काफी हद तक स्टॉक एंड्रॉयड की तरह लगती है। सभी आइकन अलग दिखते हैं लेकिन देखने में बेकार नहीं है। स्विफ्टकी प्री-इंस्टॉल आता है और डिफॉल्ट कीबोर्ड के तौर पर सेट है। इसके अलावा क्लीन मास्टर, सीएम सिक्योरिटी, सीएम लॉकर, मल्टीपल शॉपिंग ऐप्स एंड ब्राउजर और कुछ ट्रायल गेम्स जैसे 20 से ज्यादा ऐप प्री-लोडेड आते हैं। माइक्रोमैक्स के अपने ऐप सेंटर, एम!लाइव और एम!अकाउंट को छोड़कर बाकी सारे ऐप अनइंस्टॉल किए जा सकते हैं।
 

सबसे ज्यादा खास है माइक्रोमैक्स का अराउंड फीचर। सबसे पहले यू यूटोपिया (रिव्यू) में देखा गया यह फीचर एक ऐप की तरह ना होकर लॉन्चर में ही होता है। होमस्क्रीन को बायीं तरफ स्वाइप करने पर आप अराउंड स्क्रीन देख पाएंगे। ऊपर की तरफ कई सारे कैटेगरी आइकन और सर्च बार जबकि नीचे की तरफ गूगल नाउ-स्टायल कार्ड्स हैं।
 

परफॉर्मेंस
दूसरे माइक्रोमैक्स स्मार्टफोन की तरह इस फोन का सॉफ्टवेयर बहुत ज्यादा समस्या नहीं करता है। अधिकतर काम करते समय फोन के हार्डवेयर में भी कोई दिक्कत नहीं होती है। हालांकि ऐसा नहीं है कि अभी तक का सबसे पॉवरफुल हार्डवेयर है लेकिन आज मिड-रेंज स्मार्टफोन भी बहुत ज्यादा दमदार होते हैं। यह नहीं कहा जा सकता कि 4 जीबी रैम से फोन में कोई बड़ा फर्क होता है या नहीं। लेकिन हमें फोन में किसी तरह की कोई समस्या नहीं हिआ और कई सारे ऐप में स्विच करने और खोलने में कोई समस्या नहीं हुई।

स्क्रीन चमकदार और क्रिस्प है लेकिन ग्लास बहुत ज्यादा रिफ्लेक्ट करता है जो कभी-कभी बेहद खराब लगता है। रंग अच्छे कहे जा सकते हैं और दिन की रोशनी में इस्तेमाल के लिए ब्राइटनेस भी ठीकठाक है। माइक्रोमैक्स कैनवस 6 प्रो इस्तेमाल करने के दौरान अच्छा अहसास देता है। लेकिन फोन कैमरा इस्तेमाल और गेमिंग के दौरान थोड़ा गर्म होता है।
 

हमारे बेंचमार्किंग टेस्ट मं फोन की परफॉर्मेंस अच्छी रही। हालांकि, इसे फ्लैगशिप-किलर नहीं कहा जा सकता। हमारे वी़डियो लूप टेस्ट में बैटरी 6 घंटे 41 मिनट तक चली जो आज के स्टैंडर्ड के हिसाब से निराश करने वाला है। साधारण इस्तेमाल के दौरान हम फोन को एक बार चार्ज करने पर पूरे दिन तक चला पाए। लेकिन अगर आप गेम खेलते हैं, खूब ब्राउजिंग करते हैं और वीडियो रिकॉर्ड करते हैं तो आपको शाम होने तक फोन को चार्ज करने की जरूरत पड़ जाएगी।
 

फोन का कैमरा बिल्कुल अच्छा नहीं है। सूरज की अच्छी रोशनी में भी तस्वीरें बिना डिटेलिंग और बिखरी हुई आती हैं। तस्वीरें बिल्कुल बनावटी लगती हैं और कई बार तो फोकस ही नहीं होता जिससे तस्वीरें इस्तेमाल करने लायक भी नहीं आती हैं। रात में भी तस्वीरें धुंधली आती हैं और अच्छी तस्वीरों के लिए काफी ज्यादा रोशनी की जरूरत पड़ती है। करीब से ली जाने वाली सेल्फी के लिए फ्रंट कैमरा ठीकठाक है।
 

हमारा फैसला
माइक्रोमैक्स ने कैनवस 6 प्रो के साथ नए ब्रांड से रू-ब-रू कराया है। कैनवस 6 प्रो उन स्मार्टफोन की कतार में पहला फोन है जो भारतीय स्मार्टफोन बाजार में कंपनी की पकड़ मजबूत करती है। कंपनी के पहले स्मार्टफोन के बाद यह स्मार्टफोन एकदम अलग है। साफ शब्दों में कहें, तो माइक्रोमैक्स के इस फोन में पहले के मुकाबले मटेरियल और बनावट सब कुछ बदला गया है। माइक्रोमैक्स यूजर के बारे में सोच रही है।

फोन की परफॉर्मंस अच्छी है लेकिन इसे शानदार नहीं कहा जा सकता। फोन में खराब बैटरी लाइफ और गर्माहट जैसी कमियां हैं। खराब कैमरा सबसे ज्यादा निराश करता है। कुल मिलाकर माइक्रोमैक्स ने मिड रेंज में 4 जीबी रैम को ही फोन की खासियत के तौर पर पेश किया है। निश्चित तौर पर ग्राहकों को यह फीचर आकर्षित करेगा। निजी तौर पर, हमें अच्छी बैटरी लाइफ और दूसरे फीचर के साथ 2 जीबी रैम वाले फोन को खरीदने में कोई परेशानी होगी।
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