त्योहारी सीज़न से पहले स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों ने ग्राहकों को लुभाने के लिए कमर कस ली है। अंदाजा इस बात से लगाइए कि लेनोवो इंडिया ने करीब एक महीने में अपनी के8 सीरीज़ के तीन स्मार्टफोन लॉन्च किए हैं। दो रियर कैमरे वाले
लेनोवो के8 नोट के बारे में तो आपको पता ही है, जिसे
अगस्त में लॉन्च किया गया था। अब लेनोवो इंडिया ने बुधवार को भारतीय मार्केट में दो नए स्मार्टफोन उतारे। हम बात कर रहे हैं लेनोवो के8 और लेनोवो के8 प्लस की। लॉन्च इवेंट में बताया गया कि 10,999 रुपये वाला लेनोवो के8 प्लस गुरुवार से ई-कॉमर्स साइट फ्लिपकार्ट पर मिलेगा। वहीं, लेनोवो के8 ऑफलाइन मार्केट के लिए है जिसे आने वाले हफ्तों में उपलब्ध कराया जाएगा।
लेनोवो इंडिया मोबाइल बिजनेस के प्रमुख सुधीन मेहता ने लॉन्च इवेंट की शुरुआत में 2015 और 2016 में कंपनी के लोकप्रिय स्मार्टफोन में बैटरी के अहम योगदान की ओर सबका ध्यान खींचा। साल बदला लेकिन कंपनी की रणनीति पूरी तरह से नहीं बदली है। लेनोवो के8 प्लस सही मायने में लेनोवो के6 पावर का अपग्रेड है। लेकिन इस बार अहम खासियत सिर्फ बैटरी नहीं रही। ग्राहकों को अब दो रियर कैमरे भी मिलेंगे। वैसे, आपको दोनों ही खासियतें थोड़े महंगे लेनोवो के8 नोट में भी मिलती हैं। लेकिन कंपनी खरीदारी के दौरान ग्राहकों के लिए हर हजार रुपये की अहमियत को समझती है, तभी इन खासियतों को थोड़े सस्ते अवतार का हिस्सा बना दिया गया है। क्या कीमत कम होने के कारण लेनोवो के8 प्लस कंपनी ने कोई बड़ा समझौता किया है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने लॉन्च इवेंट में लेनोवो के8 प्लस और लेनोवो के8 के साथ थोड़ा वक्त बिताया। पहली नज़र में ये हैंडसेट हमें कैसे लगे? आइए बताते हैं....
Lenovo K8 और
Lenovo K8 Plus के फर्स्ट लुक के बारे में कोई चर्चा करने से पहले हम दोनों ही फोन के अंतर को साफ कर देते हैं। लेनोवो के8 प्लस और के8 के डिस्प्ले तो 5.2 इंच के ही हैं। अंतर रिज़ॉल्यूशन का है। प्लस वेरिएंट फुल-एचडी रिज़ॉल्यूशन वाला है और आम वेरिएंट एचडी डिस्प्ले वाला। इसके अलावा लेनोवो के8 में आपको एक ही रियर कैमरा मिलेगा। वहीं, लेनोवो के8 प्लस में हीलियो पी25 प्रोसेसर दिया गया है और के8 में हीलियो पी20। और सबसे बड़ा अंतर कीमत में होगा, जिसका खुलासा आने वाले समय में ही संभव है।
पहली बार जब हमने लेनोवो के8 प्लस स्मार्टफोन को अपनी हाथों में लिया तो लेनोवो के8 नोट से अंतर कर पाना आसान नहीं था। लेकिन यह हल्का है, इसमें कोई दोमत नहीं। के8 और के8 प्लस काफी कॉम्पेक्ट भी हैं। दोनों फोन हथेली में आसानी से फिट बैठते हैं। दायें किनारे पर दिए गए पावर और वॉल्यूम बटन या पिछले हिस्से पर मौज़ूद फिंगरप्रिंट स्कैनर तक पहुंचने में दिक्कत नहीं होती। दोनों ही फोन में टॉप पर 3.5 एमएम ऑडियो जैक हैं और यूएसबी पोर्ट निचले हिस्से पर। पोर्ट के दोनों तरफ स्पीकर ग्रिल हैं। बता दें कि दोनों ही हैंडसेट डॉल्बी एटमस के सपोर्ट के साथ आते हैं। दोनों ही फोन में बायें किनारे पर एक म्यूज़िक बटन है जिसे कस्टमाइज़ भी किया जा सकता है। इसके ठीक ऊपर माइक्रोएसडी कार्ड व सिम कार्ड वाला स्लॉट है। अच्छी बात है कि कंपनी ने हाइब्रिड सिम स्लॉट नहीं दिया है।
स्क्रीन क्रिस्प हैं। व्यूइंग एंगल भी ठीक-ठाक। और ऊंगलियों के इशारे (टच रिस्पॉन्स) पर फोन की प्रतिक्रिया से भी हमें कोई शिकायत नहीं है। गौर करने वाली बात है कि इस प्राइस रेंज वाले फोन में अब इस किस्म की शिकायतें कभी-कभार मिलती हैं। हमने आपको पहले ही बताया है कि के8 और के8 प्लस में आपको अलग-अलग प्रोसेसर मिलते हैं। इनके साथ बिताए सीमित समय में हमने पाया कि मल्टीटास्किंग में कोई दिक्कत नहीं होती। ऐप तेज़ी से लॉन्च होते हैं। हालांकि, परफॉर्मेंस पर कोई आखिरी फैसला रिव्यू के बाद ही देना संभव होगा।
दोनों ही फोन एंड्रॉयड 7.1.1 नूगा पर चलते हैं और कंपनी ने एंड्रॉयड ओरियो अपडेट का भी वादा किया है। लेनोवो के8 नोट की तरह ये फोन भी स्टॉक एंड्रॉयड के साथ आते हैं। इस वजह से फोन के यूआई से अनचाहे ऐप से छुट्टी हो गई है। ऐप शॉर्टकट और गूगल असिस्टेंट जैसे एंड्रॉयड नूगा फीचर का लुत्फ उठाने के लिए तैयार रहिए।
अब बात लेनोवो के8 प्लस के अहम फीचर डुअल रियर कैमरे की। पिछले हिस्से पर 13 मेगापिक्सल के साथ एक और 5 मेगापिक्सल का सेंसर है। दोनों सेंसर की मदद से बोकेह इफेक्ट लाना संभव होगा। कैमरा ऐप में प्रो मोड भी दिया गया है। लॉन्च इवेंट के दौरान हमने इस फोन के कैमरे को इस्तेमाल में लाया। सीमित समय में ली गई तस्वीरों की क्वालिटी से हमें कोई शिकायत नहीं है। लेकिन ज़्यादा विस्तार से बताने के लिए हम आपको रिव्यू का इंतज़ार करने का सुझाव देंगे। स्मार्टफोन में अपर्चर एफ/2.0, 84-डिग्री वाइड एंगल लेंस और एक 'पार्टी' फ्लैश के साथ 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा भी है। इससे हमारी सेल्फी भी ठीक-ठाक आईं। इन्हें सोशल मीडिया पर इस्तेमाल करने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
दूसरी तरफ, लेनोवो के8 में सिर्फ एक रियर कैमरा है। आपको 13 मेगापिक्सल का सेंसर मिलेगा। तस्वीरों की क्वालिटी जो भी है, पर इतना साफ है कि आप लेनोवो के8 के कैमरे से प्लस या नोट वेरिएंट वाली कलाकारी नहीं कर पाएंगे। हमने जो कुछ तस्वीरें लीं, वो संतोषजनक थीं। ऐसा ही 8 मेगापिक्सल के फ्रंट कैमरे से ली गई तस्वीरों के बारे में कहा जा सकता है।
लेनोवो के तीनों ही फोन में एक स्पेसिफिकेशन आम है, वो है बैटरी क्षमता। तीनों ही हैंडसेट 4000 एमएएच की बैटरी वाले हैं। यह आंकड़ा तो भरोसेमंद बैटरी लाइफ की ओर ही इशारा करता है। दूसरी ओर, कंपनी ने तो लगभग दो दिन तक चार्जिंग बिना फोन चल जाने का दावा किया है। लेकिन हम फैसला रिव्यू के बाद ही सुनाएंगे।
दो रियर कैमरा अब तक प्रीमियम फीचर रहा है। लेकिन शाओमी, मोटोरोला, कूलपैड और हॉनर जैसी कंपनियों ने इसे आम ग्राहकों की पहुंच तक ला दिया है। ऐसे में लेनोवो कैसे पीछे रहती? शुरुआत लेनोवो के8 नोट से हुई जिसे ग्राहकों ने हाथों-हाथ लिया। अब कंपनी ने अपने प्रशंसकों के लिए लेनोवो के6 पावर का अपग्रेड लेनोवो के8 प्लस पेश कर दिया है। इसके साथ ऑफलाइन मार्केट में अपनी पहुंच बनाए रखने के लिए लेनोवो के8 को भी उतार दिया है। क्या ये स्मार्टफोन कंपनी के दावों पर खरे उतरेंगे? क्या कंपनी ने बजट और दमदार स्पेसिफिकेशन को मिलाकर जीत वाला फॉर्मूला ढूंढ निकाला है? इन सवालों के जवाब तो भविष्य में ही मिलेंगे। लेकिन गैजेट्स 360 इन हैंडसेट को रिव्यू करके कम से कम आपकी कुछ दुविधाओं को दूर कर ही देगा।