जब 2013 में एचटीसी (HTC) ने अपने वन (One) एडिशन का पहला फोन लॉन्च किया था, तब तक कंपनी एंड्रॉयड (Android) सेगमेंट में टॉप पर बनी हुई थी। मैटल यूनीबॉडी वाला एंड्रॉयड (Android) हैंडसेट, यह एक मात्र डिवाइस था जो दिखने और फील में आईफोन (iPhone) जैसा ही बेहतरीन था और यह इस प्रोडक्ट का प्राइमरी कॉम्पटीशन भी था। फिर भी कुछ कमियां थीं, जैसे कि कम रिजॉल्यूशन वाला अल्ट्रापिक्सल कैमरा, इस कारण से हैंडसेट को बहुत सफलता नहीं मिली।
इसके बाद कंपनी ने नए मॉडल लॉन्च किए, लेकिन ऑरिजनल हैंडसेट वाले अपील को दोहरा नहीं सकी। हर बार किसी न किसी कारण से हम पूरे दिल से HTC की कोशिशों की तारीफ नहीं कर पाए। पिछले साल HTC One (M8) असंतोषजनक डुओ कैमरा फीचर के कारण मात खा गया और बाकी वेरिएंट लुक और डिजाइन के कारण तारीफ के पात्र नहीं बन सके।
HTC ने सबको चौंकाते हुए One (M9) स्मार्टफोन से पहले One M9+ भारत में पेश किया। इसका स्क्रीन बड़ा है, प्रोसेसर अलग है, फिंगरप्रिंट सेंसर है और डुओ कैमरा फीचर भी, जिसे M9 में शामिल नहीं किया गया था। इस तरह देखा जाए तो जरूरी नहीं है कि यह हैंडसेट M9 से बेहतर या खराब हो। हम भी यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि इस स्मार्टफोन की परफॉर्मेंस कैसी है।
लुक और डिजाइनउम्मीद थी कि हमें HTC One Max जैसा हैंडसेट देखने को मिलेगा, जो जरूरत से ज्यादा बड़ा था और ऑरिजनल One का प्लास्टिक वर्जन था, लेकिन यह साफ हो गया कि HTC ने अपनी गलतियों से सीखा है। One M9+ की बॉडी मेटल की है और इसे प्रीमियम टू-टोन फिनिश दिया गया है। यह ग्रे, गोल्ड और सिल्वर-गोल्ड कलर में उपलब्ध है और हमें रिव्यू के लिए यूनिक सिल्वर-गोल्ड वर्जन मिला।
अफसोस की बात है कि HTC ने अपने पुराने हैंडसेट की यूनीबॉडी स्टाइल का इस्तेमाल नहीं किया है। M9+ में दिखने में ऐसा है, जैसे किसी ने दो अलग-अलग हिस्सों को एक साथ जोड़ दिया हो। जहां फ्रंट और रियर हिस्से मिलते हैं, वहां एक रिज़ है, जिसपर हम ऊंगलियां फेरने से खुद को नहीं रोक सके। रिव्यू हैंडसेट का फ्रंट पूरी तरह से डल सिल्वर था, जबकि पिछले हिस्से में ब्रश्ड सिल्वर है और साइड के हिस्सों में गोल्ड कलर का इस्तेमाल किया गया था। हम यह नहीं कह सकते कि हमें यह लुक पसंद आया, पर यह अलग है, बहुद हद तक दिखावटी सा। बाकी दो वेरिएंट के ज्यादा पॉपुलर होने की उम्मीद है।
फ्रंट में लगा ब्लैक ग्लास किनारे तक जाता है, लेकिन स्क्रीन इसकी तुलना में छोटा है क्योंकि हैंडसेट के छोर पर ब्लैक बॉर्डर बने हुए हैं। इसके ऊपर और नीचे HTC के ट्रेडमार्क BoomSound स्पीकर के ग्रिल बने हुए हैं, हालांकि इस बार निचले हिस्से में बने ग्रिल के बीच में फिंगरप्रिंट सेंसर है। टॉप पर फ्रंट फेसिंग कैमरा खुद को स्थापित करता है।
फोन के एक तरफ Nano-SIM स्लॉट है जबकि दूसरी तरफ माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट। दायीं तरफ पावर और वॉल्यूम बटन बने हुए हैं। एक तो पहले से ही सारे बटन सामान्य से ज्यादा से नीचे हैं, लेकिन HTC ने किसी कारण से पावर बटन को सबसे नीचे रखा है। इसका लोकेशन ऐसी जगह पर है जहां पर सामान्य तौर पर आपका अंगूठा नहीं जाता है या फिर उसके आसपास के लोकेशन के पास, यह बेहद ही कष्टप्रद है। मामूली बनावट होने के बावजूद हम बार-बार गलती से वॉल्यूम बटन को दबा दे रहे थे। अच्छी बात यह है कि फोन को स्लीप मोड से एक्टिव करने के लिए फिंगरप्रिंट सेंसर का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, इसकी प्लेसमेंट भी बहुत नीचे है।
माइक्रो यूएसबी और 3.5mm ऑडियो पोर्ट निचले हिस्से में बने हुए हैं। टॉप में ड्रार्क प्लास्टिक स्ट्रिप का इस्तेमाल किया गया है, पूरे फोन में यह मात्र एक जगह है जहां प्लास्टिक का इस्तेमाल हुआ है। इस जगह पर इंफ्रारेड एमिटर और एंटिना के लिए जगह बनाई गई है, ताकि मेटल बॉडी के जरिए कम्युनिकेट हो सके। फोन के पिछले हिस्से में दो कैमरे और डुअल एलईडी फ्लैश के अलावा बताने लायक कुछ भी नहीं है।
HTC One M9+ पकड़ने में थोड़ा अटपटा है और 168 ग्राम का वजन थोड़ा अनबैलेंस्ड लगता है। पिछला हिस्सा कर्वी होना मददगार साबित होता है, और कम से कम यह दूसरे फोन की तरह हाथों से फिसलता नहीं है। हालांकि, फोन के एजेज़ थोड़े ज्यादा शार्प हैं। फोन के किनारे तक पहुंचने के लिए अंगूठे को खींचना थोड़ा अनकंफर्टेबल था, फोनकॉल के दौरान भी ऐसी ही दिक्कत आई।
स्पेसिफिकेशन्स और सॉफ्टवेयरOne M9 में इस्तेमाल किए गए Qualcomm Snapdragon 810 SoC की जगह HTC ने M9+ में MediaTek के प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया है। डिवाइस में Helio X10 प्रोसेसर है, इसे MT6795T के नाम से भी जाना जाता है। इसमें आठ ARM Cortex-A53 कोर हैं जो 64-bit ARMv8 इंस्ट्रक्शन सेट पर बेस्ड हैं और इसके साथ इंटिग्रेटेड है PowerVR G6200 GPU।
स्क्रीन के तिरछे किनारे की लंबाई 5.2 इंच है और One M9 के 5 इंच के स्क्रीन के 1080x1920 रिजॉल्यूशन की तुलना में इस हैंडसेट में 1440x2560pixels का शानदार रिजॉल्यूशन है। इसमें 3GB का रैम है और 32GB की इनबिल्ट स्टोरेज, जिसे माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए 2TB तक बढ़ाया जा सकता है। हालांकि, जब तक आप फोन का इस्तेमाल करेंगे तब तक इतनी बड़ी क्षमता के एसडी कार्ड के मार्केट में आने की उम्मीद कम ही है। फोन में USB-OTG के लिए भी सपोर्ट उपलब्ध है।
फोन में डुअल-बैंड Wi-Fi b/g/n/ac, ब्लूटूथ 4.1, इंफ्रारेड, NFC, GPS और एफएम रेडियो के लिए भी सपोर्ट उपलब्ध है। 4G LTE भारत में इस्तेमाल हो रहे 2300MHz बैंड पर भी काम करता है। 20 मेगापिक्सल के रियर कैमरे के साथ क्रिएटिव 3D इफैक्ट्स के लिए सकेंडरी सेंसर, सोने पर सुहागा है।
फ्रंट हिस्से में अल्ट्रापिक्सल सेंसर की वापसी हुई है। एक चीज जो प्रभावशाली नहीं है, वो है इस फोन की बैटरी, जिसकी क्षमता साधारण 2840mAh है। Android 5.0.2 ऑपरेटिंग सिस्टम के ऊपर HTC के Sense UI के नए वर्जन का इस्तेमाल किया गया है। यह पिछले साल वाले वर्जन से बहुत अलग नहीं नजर आता लेकिन कुछ नया करने की कोशिश जरूर की गई है, जैसे कि थीम्स ऐप और ज्यादा कस्टमाइजेशन ऑप्शन। HTC ने लोकेशन संबंधित ऐप के सुझाव, BlinkFeed न्यूज आइटम व इवेंट्स और डील के बारे में अलर्ट को भी इंटिग्रेट किया है। फोन में Scribble, Polaris Office 5, Peel Smart Remote, Fun Fit और कई HTC के ऐप्स हैं, इनमें से कोई भी बहुत परेशान करने वाला नहीं है।
परफॉर्मेंसहमने HTC One M9+ को बहुत वक्त तक इस्तेमाल किया लेकिन फ्रिंगरप्रिंट सेंसर के आदी होने में कामयाब नहीं हो सके। इसकी प्लेसमेंट अजीब है और अगर आपकी ऊंगलियां तीरछी हों तो यह ठीक से काम नहीं करते। और हम आदतन इसके पास जाने की कोशिश करते रहे, जैसे यह होम बटन हो। अच्छी बात यही है कि HTC को एहसास था कि ऐसा होगा, इसलिए फोन के एक्टिव मोड में सेंसर को होम से मैप कर दिया गया है।
स्क्रीन अच्छे हैं और क्रिस्प भी। स्क्रीन का कलर रिप्रोडक्शन बेहतरीन है और व्यूइंग एंगल्स ठीक-ठाक, लेकिन इसमें रिफलेक्शन की प्रोब्लम है। हमें 1080p के वीडियो क्लिप चलाने में दिक्कत नहीं हुई, लेकिन हमारी नजर BoomSound के अनुभव पर थी। अपने पूर्ववर्ती हैंडसेट One Max की तरह One M9+ से बहुत तेज आवाज आ रही थी, हमने इस से तेज आवाज किसी भी स्मार्टफोन में नहीं सुनी। क्लासिकल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक डांस म्यूजिक नंबर की आवाज को इस स्पीकर ने बेहतरीन आउटपुट दिया। आवाज थोड़ी पतली जरूर है और सबसे तेज वॉल्यूम पर डिस्टॉर्शन साफ नजर आती है, इसके बावजूद इस मामले में हैंडसेट की परफॉर्मेंस अन्य फोन से बहुत बेहतर है।
One M9+ ने बेंचमार्क टेस्ट में काफी बेहतरीन रिजल्ट दिए। AnTuTu में 51,670 और Quadrant टेस्ट में 27,401 प्वाइंट मिले, इन नतीजों से साफ हो गया MediaTek का नया प्रोसेसर Motorola Google Nexus 6 में इस्तेमाल किए गए Qualcomm Snapdragon 805 प्रोसेसर की बराबरी का है।
हालांकि, ग्राफिक्स के स्कोर काफी कमजोर थे। 3DMark Ice Storm Unlimited टेस्ट में 12,300 का आंकड़ा आया, जो Nexus 6 के नतीजों से लगभग आधा है। इसके अलावा Ice Storm Extreme टेस्ट में आया 8,549 का रिजल्ट, इस प्राइस रेंज के पुराने फोन के नतीजों के बराबर है।
नॉर्मल यूज़ के दौरान हमें कोई प्रोबल्म नहीं हुई, लेकिन हमने पाया कि बेंचमार्क्स और एचडी वीडियो का दबाव डालने पर फोन काफी गर्म हो गया। ऐसा कुछ समय के लिए लगातार कैमरा इस्तेमाल करने पर भी हुआ। फोन कॉल की क्वालिटी अच्छी थी, लेकिन बैटरी लाइफ बेहद ही निराशाजनक। वीडियो लूप टेस्ट में बैटरी 5 घंटे 33 मिनट तक चली। हमारी उम्मीद थी कि सामान्य यूज़ के दौरान बैटरी कम से कम एक दिन तो चलेगी।
कैमराहम इस बात को लेकर उत्साहित थे कि डुओ कैमरा सेटअप और फ्रंट अल्ट्रापिक्सल कैमरे की परफॉर्मेंस कैसी होगी, और क्या HTC ने कई साल के प्रयोग के बाद सही फॉर्मूला ढूंढ निकाला? कैमरा ऐप आपको डुओ मोड और हाई-रेज मोड के बीच स्विच करने का ऑप्शन देता है, जबकि डुओ मोड दूसरे सेंसर का इस्तेमाल करके हाई-रेज मोड के लिए एडिशनल डेप्थ इनफॉर्मेशन कैपचर करता है।
साफ-साफ कहा जाए, तो हम डुओ कैमरा फीचर का इस्तेमाल नहीं कर पाए। One M9+ आपको फोटो लेने के बाद उसका फोकस प्वाइंट बदलने का ऑप्शन देता है, इसके जरिए आप फोटो के फोरग्राउंड या बैकग्राउंड को ब्लर आउट कर सकते हैं। इसके अलावा कैमरा ऐप में faux 3D शिफ्ट इफैक्ट, डबल एक्सपोज़र, शेप एंड पैटर्न ओवरलेज और दो चेहरों को ब्लैंड करने वाला फेस फ्यूजन जैसे रोचक फीचर हैं। हर फीचर के इस्तेमाल में हमें खराब नतीजे मिले और कुछ तो किसी काम के नहीं थे।
हमें हाई-रेज मोड ने भी खासा प्रभावित नहीं किया। 20 मेगापिक्सल के रिजॉल्यूशन में भी One M9+ ने औसत फोटो खींचे, इन तस्वीरों में बहुत ज्यादा कम्प्रेशन था। दिन के उजाले में कैमरे से ली गई तस्वीरें देखने में अच्छी लगीं, पर डेस्कटॉप मॉनीटर पर ट्रांसफर करने पर कमियां साफ झलकने लगीं। उम्मीद के मुताबिक, कम रोशनी में ली गई तस्वीरें तो और भी खराब थीं। इन तस्वीरों में बहुत ज्यादा नॉयज और सबजेक्ट डिफिनेशन भी गलत था। 1080p की डिफॉल्ट रिकॉर्डिंग होने के बावजूद वीडियो का आउटपुट निराशाजनक था।
हमारा फैसलाHTC One M9+ के सामने मुश्किल चुनौतियां हैं, खासकर उन चाइनीज फोन से जो आधी कीमत में इस तरह के ही स्पेसिफिकेशन देते हैं। फोन का लुक लोगों को एक बार पलटने के लिए मजबूर कर देगा और यह बेहद ही सॉलिड एहसास देता है, लेकिन अफसोस की बात यह है कि यह हैंडसेट किसी एक फीचर में बहुत ही बेहतरीन नहीं है। उदाहरण के तौर, Samsung Galaxy S6 और iPhone 6 तो लगभग हर डिपार्टमेंट में इस फोन को पछाड़ देंगे। Nexus 6 और Motorola Moto Turbo अच्छे विकल्प हैं और कम कीमत वाला Oneplus One भी।
HTC One M9+ दिखने में तो अच्छा लगता है, लेकिन हमारे लिए इसकी अपील यहीं खत्म हो जाती है। हम उम्मीद कर रहे थे कि HTC अपने एक्सपेरिमेंटल फेज़ से बाहर आकर एक बेहतरीन हैंडसेट पेश करेगा, पर ऐसा नहीं होना था। अगर आपके लिए लुक सबसे अहम मुद्दा नहीं है, तो आपके पास कई और विकल्प हैं।