आमतौर पर यूज़र हर दूसरे साल नया स्मार्टफोन खरीद लेते हैं। हर बार यूज़र की यही उम्मीद होती है कि नया वाला हैंडसेट पुराने की तुलना में बेहतर चलेगा। और साथ में यह भी तय करते हैं कि नए फोन के साथ उन पुरानी गलतियों को नहीं दोहराएंगे जिस वजह से उसे नुकसान हो। आपमें से कई लोग ऐसे भी होंगे जो पहली बार स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में आपको इन बातों पर ध्यान देना चाहिए...
फोन की टूटने और खरोंच के निशान से सुरक्षा
आपने कई लोगों से फोन का डिस्प्ले टूट जाने की किस्से सुने होंगे। ऐसा आपके साथ भी हो सकता है। एक गलती और डिस्प्ले टूटा। मुश्किल यह है कि प्रीमियम स्मार्टफोन के डिस्प्ले की कीमत भी 5-6 हज़ार रुपये से कम नहीं होती। ऐसे में सबसे पहले स्क्रीन पर अच्छी क्वॉलिटी का टेम्पर्ड ग्लास लगवाएं। ऐसा नहीं है कि स्क्रीन गार्ड लग जाने से फोन का डिस्प्ले पूरी तरह से सुरक्षित हो जाएगा। लेकिन यह पहले की तुलना में ज़्यादा सुरक्षित रहेगा। वहीं, बॉडी को स्क्रैच या अन्य किस्म के निशान से बचाने के लिए बैक कवर खरीदें। बैक कवर आपको ऑनलाइन ई-कॉमर्स पोर्टल और रिटेल स्टोर में मिल जाएंगे।
ऐप लॉक
फोन में मौज़ूद मैसेज, फोटो और दूसरे डेटा बेहद ही निजी होते हैं, आप कभी नहीं चाहेंगे कि कोई दूसरा शख्स उन्हें देखें। इसके लिए आप ऐपलॉक का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको कई ऐपलॉक ऐप गूगल प्लेस्टोर में मिल जाएंगे। आईफोन के लिए ऐप्पल स्टोर में आपको इस किस्म के ऐप मिल जाएंगे।
एंड्रॉयड डिवाइस मैनेजर करें एक्टिव
अगर आपने एंड्रॉयड फोन खरीदा है तो हम आपको एंड्रॉयड डिवाइस मैनेजर एक्टिव करने का सुझाव देंगे। यह फ़ीचर स्मार्टफोन के चोरी होने या खोने पर काफी काम आएगा। इसकी मदद से आप अपने स्मार्टफोन की लोकेशन भी जान सकेंगे। इसके लिए अपने स्मार्टफोन की गूगल सेटिंग्स में जाएं। नीचे में आपको सिक्योरिटी का विकल्प मिलेगा। इसे टैप करें और एंड्रॉयड डिवाइस मैनेजर पर जाएं। इसके बाद Remotely locate this device और Allow remote lock and erase on or off को टिक कर दें।
एंटी वायरस सॉफ्टवेयर
भले ही ज्यादातर ओएस निर्माता कंपनियां कुछ सिक्योरिटी टूल को अपने सिस्टम का हिस्सा बनाती हैं, लेकिन गंभीर खतरे की स्थिति में इसपर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता। ऐसे में एक एंटी वायस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना ना भूले। एक अच्छे सिक्योरिटी पैकेज में वायरस और मालवेयर से छुटकारा तो मिलना ही चाहिए।
अपने फोन का बैकअप बनाएं
अगर आप को मजबूरी में रिमोट सिस्टम से फोन का डेटा डिलीट करना पड़े तो फोन का बैकअप बनाते रहना एक अच्छी आदत साबित होगी। ऐसा करने से आप फोटो या फिर कोई महत्वपूर्ण डेटा नहीं खोएंगे। वैसे, नए फोन में डेटा तो कुछ होगा नहीं। लेकिन गूगल आईडी से लॉगइन करने के बाद बहुत सारे डेटा फोन का हिस्सा बन जाते हैं ऐसे में बैकअप वाली प्रक्रिया को नज़रअंदाज ना करें।
इन सबके अलावा बीमा मिला जाए तो सोने पर सुहागा। हालांकि, इसके लिए आपको अलग कीमत चुकानी पड़ेगी।
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