Asus ब्रांड का स्मार्टफोन डिविज़न इन दिनों भारतीय मार्केट को लेकर काफी उत्साहित नज़र आता है। कंपनी की कोशिश है कि एक के बाद दूसरे सेगमेंट में मजूबत दावेदारी पेश की जाए। शुरुआत
Asus ZenFone Max Pro M1 से हुई, जो बजट रेंज में मिलने वाला एक पावरफुल हैंडसेट है। इसके निशाने पर लोक्रपिय
Xiaomi Redmi Note 5 Pro था और असूस के इस फोन ने मार्केट में अपने लिए अलग जगह बनाई। इसके बाद
Asus ZenFone 5Z को लाया गया। इस फोन के निशाने पर
OnePlus 6 है। देख जाए तो असूस का यह फ्लैगशिप कई मायनों में वनप्लस 6 को पछाड़ता भी है। Asus यही रणनीति अब Zenfone Max M1 के साथ अपनानी चाहती है और निशाने पर Xiaomi की Redmi 6 सीरीज़ है। 8,999 रुपये वाला असूस ज़ेनफोन मैक्स एम1 इस सेगमेंट का बेस्ट डिवाइस है? आइए जानते हैं...
Asus ZenFone Max M1 डिज़ाइन
Asus ZenFone Max M1 का लुक जाना पहचाना सा है। यह आपको ZenFone Max Pro M1 की याद दिलाएगा। फोन को बनाने में मुख्य तौर से प्लास्टिक का इस्तेमाल हुआ है। यह ब्लैक और गोल्ड रंग में उपलब्ध है। चलन को देखते हुए Max M1 में 5.45 इंच की बड़ी स्क्रीन दी गई है और यह 2.5डी कर्व्ड ग्लास से लैस है। बॉर्डर काफी चौड़े हैं जो कीमत को देखते हुए सही लगता है।
डिस्प्ले के ऊपर सेल्फी कैमरे, ईयरपीस और प्रॉक्सिमिटी सेंसर को जगह मिली है। हमारे हिसाब से Asus ZenFone Max M1 की बिल्ड क्वालिटी औसत है। दायीं तरफ पावर और वॉल्यूम बटन हैं। सिम ट्रे को बायीं तरफ जगह मिली है।
Asus अपने बड़ी बैटरी वाले स्मार्टफोन के लिए 'Max' ब्रांडिंग को इस्तेमाल में लाती है। ऐसा ही असूस ज़ेनफोन मैक्स एम1 के साथ देखने को मिला है। चौंकाने वाली बात यह है कि बड़ी बैटरी होने के बावजूद कंपनी इस हैंडसेट का वज़न 150 ग्राम रखने में कामयाब रही है। पीछे की तरफ से नए फोन को देखने के बाद ZenFone Max Pro M1 से अंतर साफ हो जाता है। यहां एक रियर कैमरा है। फिंगरप्रिंट सेंसर की पोज़ीशन बढ़िया है, खासकर फोन के साइज़ को देखते हुए। 3.5 एमएम हेडफोन जैक टॉप पर है। माइक्रो-यूएसबी पोर्ट निचले हिस्से पर है। इसके दोनों तरफ स्पीकर ग्रिल दिए गए हैं। लेकिन स्पीकर सिर्फ दायें वाले में मौज़ूद है।
Asus ZenFone Max M1 स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयर
Asus ने इस हैंडसेट में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 430 प्रोसेसर का इस्तेमाल किया है। यह फैसला थोड़ा अजीब सा है, क्योंकि यह पुराना चिपसेट है जो
Moto G5 और
Moto G5S जैसे पुराने स्मार्टफोन का हिस्सा रहा है। इस ऑक्टा-कोर प्रोसेसर की क्लॉक स्पीड 1.4 गीगाहर्ट्ज़ है। इस प्राइस रेंज में हमें मीडियाटेक हीलियो पी22 और पी23 जैसे प्रोसेसर देखने को मिले हैं जो क्रमशः
Xiaomi Redmi 6 व
Infinix Note 5 का हिस्सा हैं।
असूस ज़ेनफोन मैक्स एम1 में 3 जीबी रैम के साथ 32 जीबी स्टोरेज दी गई है। ज़रूरत पड़ने पर 256 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल किया जा सकेगा। 5.45 इंच का डिस्प्ले एचडी+ रिजॉल्यूशन वाला है जो कीमत को देखते हुए वाजिब लगता है। फोन में ब्लूटूथ 4.0, वाई-फाई 802.11 बी/जी/एन, जीपीएस और ग्लोनास के लिए सपोर्ट है। ZenFone Max M1 एक डुअल सिम डिवाइस है। इसमें दोनों नैनो सिम के लिए स्लॉट हैं। दोनों ही सिम स्लॉट में 4जी और VoLTE के लिए सपोर्ट है, लेकिन किसी भी वक्त एक सिम ही 4जी नेटवर्क से कनेक्ट हो सकता है। 4000 एमएएच की बैटरी दी गई है।
डिवाइस एंड्रॉयड ओरियो पर आधारित ज़ेनयूआई के साथ आता है। आपको Mobile Manager, Weather, Sound Recorder, File manager और Themes जैसे फीचर मिलेंगे। इसके अलावा हैंडसेट में Instagram, Facebook, Facebook Messenger और कुछ Google ऐप्स पहले से फोन पर इंस्टॉल हैं।
Asus ZenFone Max M1 परफॉर्मेंस, कैमरा और बैटरी लाइफ
शुरुआती सेटअप के बाद हमें थोड़े लैग का एहसास हुआ है, लेकिन कुछ घंटों के बाद यह कमी दूर हो गई। हमने पाया कि फेस रिकग्निशन और फिंगरप्रिंट स्कैनर से मैक्स एम1 को तेज़ी अनलॉक किया जा सकता है। हालांकि, इसमें पुराना प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है। यह बेंचमार्क स्कोर में भी झलकता है। ज़ेनफोन मैक्स एम1 के बेंचमार्क स्कोर इस प्राइस रेंज के बाकी फोन से कम आएं।
हमने फोन में PUBG गेम को खेला। यह सबसे कम सेटिंग्स पर चला। करीब आधे घंटे तक इस गेम को खेलने के बाद फोन ज़रूर गर्म हुआ, लेकिन स्थिति असुविधाजनक तक नहीं पहुंची।
हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में ZenFone Max M1 ने 11 घंटे 32 मिनट में दम तोड़ा। देखा जाए तो यह रेडमी 6ए और रेडमी 6 से थोड़ा कम है। बार-बार व्हाट्सऐप अकाउंट देखने, घंटे भर से ज़्यादा गूगल मैप्स इस्तेमाल करने और करीब 40 मिनट तक PUBG खेलने के बाद, दिन के अंत में फोन में 50 फीसदी से थोड़ी ज्यादा बैटरी बची हुई थी। इस फोन में कई पावर सेवर मोड हैं जिनकी मदद से आप फोन की बैटरी लाफ बढ़ा सकते हैं।
Max M1 में एफ/2.0 अपर्चर वाला 13 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा है। यह फ़ेज डिटेक्शन ऑटोफोकस से लैस है। फ्रंट पैनल पर एफ/2.2 अपर्चर वाला 8 मेगापिक्सल का सेंसर दिया गया है। कैमरा ऐप, अन्य असूस फोन वाला ही है।
Tap to see full-sized Asus ZenFone Max M1 के कैमरा सैंपल
मैक्स एम1 से दिन की रोशनी में ली गईं तस्वीरें अच्छी आईं। लेकिन कम रोशनी में परफॉर्मेंस में गिरावट देखने को मिली। डेलाइट में कैमरे ने हमारे मन मुताबिक फोकस लॉक किया। दूर के ऑब्जेक्ट में डिटेल और शार्पनेस की कमी थी। मैक्स एम1 ने कुछ बेहतरीन मैक्रोज़ शॉट लिए। सब्जेक्ट और बैकग्राउंड के बीच सेपरेशन बढ़िया था। एचडीआर मोड को मैनुअल इनेबल करना पड़ता है। ब्राइट परिस्थितियों में यह मोड बेहतर तस्वीरें लेने में मदद करता है। HDR शॉट बेहतर आए, लेकिन Max M1 ने हमें शॉट लेने के बाद इंतज़ार करने के लिए मजबूर किया। आप फ्रंट और रियर कैमरे से पोर्ट्रेट शॉट ले पाएंगे। लेकिन एज डिटेक्शन औसत से भी कमज़ोर है।
कम रोशनी में Max M1 डिटेल कैपचर नहीं कर पाता। इसमें नॉयज़ रिडक्शन बेहद ही आक्रामक है जिस वजह से फिल्टर जैसा इफेक्ट आता है। आप मैक्स एम1 के दोनों ही कैमरों से 1080 पिक्सल तक के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। कोई स्टेबलाइज़ेशन नहीं उपलब्ध है, ऐसे में आपको वीडियो रिकॉर्ड करते वक्त हाथों को बेहद ही स्थिर रखना होगा।
हमारा फैसला
Asus ने अलग-अलग प्राइस सेगमेंट में Asus ZenFone Max Pro M1 और Asus ZenFone 5Z जैसे दो मजबूत फोन मार्केट में उतारे हैं। लेकिन असूस ज़ेनफोन मैक्स एम1 उतनी मजबूत दावेदारी नहीं पेश करता। पुराना हो चला क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 430 इस प्राइस रेंज वाले बाकी फोन में इस्तेमाल किए गए प्रोसेसर की तुलना में काफी धीमा है।
बैटरी लाइफ, असूस ज़ेनफोन मैक्स एम1 के पक्ष में जाती है। 4000 एमएएच की बड़ी बैटरी के कारण फोन को करीब डेढ़ दिन तक चार्ज करने की ज़रूरत नहीं पड़ती। अगर बैटरी लाइफ आपके लिए सबसे अहम है तो मैक्स एम1 एक अच्छा विकल्प है। खासकर त्योहारी सीज़न में, जहां इस हैंडसेट को छूट के साथ खरीदा जा सकता है।