• होम
  • मोबाइल
  • ख़बरें
  • Apple की चीन को झटका देने की तैयारी, भारतीय कंपनियों से iPhone के पार्ट्स खरीदने की योजना

Apple की चीन को झटका देने की तैयारी, भारतीय कंपनियों से iPhone के पार्ट्स खरीदने की योजना

देश में मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी की आईफोन्स की सेल्स लगभग 11 अरब डॉलर रहने का अनुमान है। Mac, iPad, स्मार्टवॉचेज और सर्विसेज से एपल को चार-छह अरब डॉलर का रेवेन्यू मिल सकता है

Apple की चीन को झटका देने की तैयारी, भारतीय कंपनियों से iPhone के पार्ट्स खरीदने की योजना

पिछले कैलेंडर ईयर से कंपनी की देश में तिमाही सेल्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर बढ़ रही है

ख़ास बातें
  • एपल ने चीन में मैन्युफैक्चरिंग का कुछ हिस्सा शिफ्ट करने की योजना बनाई है
  • भारत में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट बढ़ रहा है
  • पिछले कुछ वर्षों में आईफोन की सेल्स तेजी से बढ़ी है
विज्ञापन
अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple ने iPhone की मैन्युफैक्चरिंग के लिए चीन पर अपनी निर्भरता घटाने की तैयारी की है। इसके लिए कंपनी की भारत में अपनी सप्लाई चेन बनाने की योजना है। पिछले कुछ वर्षों से एपल ने चीन में अपनी मैन्युफैक्चरिंग का कुछ हिस्सा अन्य देशों में शिफ्ट करने पर कार्य किया है। 

एक मीडिया रिपोर्ट में कंपनी की योजना के बारे में जानकारी रखने वाले एक सूत्र के हवाले से बताया गया है कि एपल ने देश में 40 से अधिक इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विस (EMS) फर्मों से बातचीत की है। इनमें Amber Enterprises और HCLTech शामिल हैं। इस सूत्र ने बताया कि एपल के चाइनीज सप्लायर्स वीजा के मुद्दों और कुछ चाइनीज फर्मों के खिलाफ देश में मामलों की वजह से अपनी यूनिट लगाने से हिचक रहे हैं। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चीन के सप्लायर्स से बैटरी, चार्जर और अन्य कंपोनेंट्स के इम्पोर्ट के लिए सरकार की ओर से अनुमति मिलने में देरी हो रही है। इस कारण से भी भारत से एपल अधिक कंपोनेंट्स खरीदने पर विचार कर रही है। 

हालांकि, देश में कंपोनेंट्स की मैन्युफैक्चरिंग करना कंपनी के लिए एक चुनौती हो सकती है। इस वजह से कंपनी ने भारतीय कंपनियों को ताइवान, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया की फर्मों के साथ टाई-अप करने के लिए प्रोत्साहित किया है। देश में पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का रेवेन्यू लगभग 36 प्रतिशत बढ़कर 67,121 करोड़ रुपये से अधिक रहा है। एपल की सेल्स में आईफोन्स की बड़ी हिस्सेदारी है। पिछले कैलेंडर ईयर से कंपनी की देश में तिमाही सेल्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर बढ़ रही है। इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का रेवेन्यू 47 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी क साथ लगभग 49,321 करोड़ रुपये का था। 

देश में मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी की आईफोन्स की सेल्स लगभग 11 अरब डॉलर रहने का अनुमान है। इसके अलावा Mac, iPad, स्मार्टवॉचेज और सर्विसेज से एपल को चार-छह अरब डॉलर का रेवेन्यू हासिल हो सकता है। हाल ही में कंपनी के CEO, Tim Cook ने भारत के बढ़ते महत्व पर जोर दिया था। उन्होंने बताया था कि सितंबर तिमाही ने एपल ने भारत में रेवेन्यू का रिकॉर्ड बनाया है। देश में कंपनी चार नए स्टोर्स खोलने की भी तैयारी कर रही है। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. मोटापा कम करने में 'म्यूजिक' करेगा मदद! कैसे? वैज्ञानिकों ने बताया
  2. Xiaomi 16 में होगी 6800mAh बैटरी, Snapdragon 8 Elite 2 चिप!
  3. BSNL को मिले नए सब्सक्राइबर्स, Reliance Jio का पहला स्थान बरकरार
  4. Vivo X200 Ultra vs Pixel 9 Pro XL: दमदार हार्डवेयर या धांसू AI फीचर्स, कौन सा फोन मारेगा बाजी, जानें
  5. OnePlus 13T की टक्कर Samsung Galaxy S25 Ultra से, देखें कौन सा फ्लैगशिप है बेस्ट
  6. National Technology Day 2025: आज भारत मना रहा 'नेशनल टेक्नोलॉजी डे'! कब, क्यों, कैसे हुआ शुरू ... जानें सबकुछ
  7. 250W पावर वाला साउंडबार Portronics Sound Slick X भारत में Rs 7,999 में लॉन्च, जानें खास फीचर्स
  8. OnePlus Pad 2 Pro आया Oppo वेबसाइट पर नजर, 16GB रैम, 12,140mAh बैटरी के साथ 13 मई को होगा लॉन्च!
  9. Leica ने नया कैमरा M11-P Safari एडिशन किया लॉन्च, 256GB स्टोरेज, BSI CMOS सेंसर से लैस, जानें कीमत
  10. "आपके डिवाइस में वायरस है!" ऐसे स्कैम Google Chrome पर अब नहीं करेंगे परेशान, कंपनी की बड़ी तैयारी
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »