पिछले काफी वक्त से ऐपल Apple के इंजीनियर्स कंपनी छोड़ रहे हैं। कुछ मामले तो हाल ही सामने आए हैं, जिनमें ऐपल के कार प्रोजेक्ट से जुड़े अहम इंजीनियर्स ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया। ऐसे टैलंट को अपने साथ बनाए रखने के लिए ऐपल ने कुछ इंजीनियरों को स्टॉक बोनस जारी किए हैं। पिछले हफ्ते कंपनी ने सिलिकॉन डिजाइन, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर व ऑपरेशंस से जुड़े चुनिंदा इंजीनियरों को आउट-ऑफ साइकल बोनस के बारे में बताया। इस मामले की जानकारी रखने वाले कुछ लोगों के अनुसार, यह बोनस स्टॉक यूनिट्स के तौर पर जारी किए जा रहे हैं। शेयर चार साल से अधिक के लिए हैं, ताकि इंजीनियर्स ऐपल के साथ बने रहें। गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में Facebook की पैरंट कंपनी Meta ने ऐपल के करीब 100 इंजीनियरों को अपने यहां जॉब दी है।
ब्लूमबर्ग की
रिपोर्ट के मुताबिक, बोनस पाने वालों के लिए यह किसी आश्चर्य से कम नहीं था। कुछ इंजीनियर्स को लगभग 50,000 डॉलर (लगभग 37.35 लाख रुपये) से लेकर 180,000 डॉलर (लगभग 1.34 करोड़ रुपये) तक स्टॉक बोनस मिला। वहीं, कई इंजीनियरों ने लगभग 80,000 डॉलर (लगभग 59.76 लाख रुपये), 100,000 डॉलर (लगभग 74.71 लाख रुपये), और 120,000 डॉलर (लगभग 89.66 रुपये) की शेयर रकम हासिल की। स्टॉक बोनस पाने वाले कुछ लोगों ने यह जानकारी दी, लेकिन अपनी पहचान सार्वजनिक नहीं की। बताया जा रहा है कि मैनेजर्स की ओर से हाई परफॉर्म करने वालों को यह बोनस दिया गया है।
कंपनी ने इस मामले में कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है। कैलिफोर्निया की सिलिकॉन वैली में कंपनियों के बीच टैलंट को लेकर जंग छिड़ी हुई है। फेसबुक के स्वामित्व वाली मेटा Meta ऐपल के लिए एक खतरे के रूप में उभर रही है। पिछले कुछ महीनों में मेटा ने ऐपल के लगभग 100 इंजीनियरों को काम पर रखा है। हालांकि ऐपल ने भी कुछ मेटा कर्मचारियों को अपनी ओर खींचा है।
दोनों कंपनियां अगले दो साल में कुछ कैटिगरीज में एक-दूसरे की कॉम्पिटिटर बन सकती हैं। इनमें प्रमुख रूप से ऑग्युमेन्टेड एंड वर्चुअल रिएलिटी हेडसेट और स्मार्टवॉच शामिल हैं। फेसबुक की मेटा भी इन प्रोडक्ट्स के साथ बाजार में उतरने की योजना बना रही है। इसीलिए दोनों कंपनियां एक-दूसरे को टैलंट को अपनी यहां ऑफर दे रही हैं।
बोनस पाने वाले लोगों का कहना है कि ऐपल की ओर से किया गया भुगतान उसके नॉर्मल कंपसेशन पैकेजेस का हिस्सा नहीं है। ऐपल कभी-कभी अपने कर्मचारियों को एडिशनल कैश बोनस देती है, लेकिन ताजा स्टॉक ग्रांट आश्चर्यजनक थी। ऐपल की डिविजनों के 10 से 20 प्रतिशत इंजीनियरों को यह बोनस मिला है। हालांकि बोनस प्रोग्राम ने कुछ इंजीनियरों को परेशान किया है। जिन्हें शेयर नहीं मिले, उनका मानना है कि सिलेक्शन में मनमानी की गई।
इस बीच, मेटा ने ऐपल की ऑग्मेन्टेड रिएलिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर इंजीनियरिंग डिविजनों से इंजीनियरों को अपनी कंपनी में शामिल करने की कोशिशें तेज कर दी हैं।