ऐप्पल ने बुधवार को घोषणा की कि वह बंगलुरू में आईएस ऐप्स के लिए एक डिजाइन और डेवलपमेंट एक्सेलेरेटर का गठन करेगी। कंपनी का मकसद देश के प्रतिभाशाली इंजीनियरों की मदद करना और डेवलपर कम्युनिटी का विस्तार करना है। कंपनी ने बताया कि डेवलपमेंट सेंटर साल 2017 की शुरुआत से काम करना शुरू कर देगा।
बंगुलरू को 'भारत की स्टार्टअप क्रांति का गढ़' बताते हुए कंपनी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि डेवलपमेंट सेंटर खुलने से भारत में आईओएस के लिए ऐप्स बनाने वाले हजारों डेवलपर को अतिरिक्त और विशेष समर्थन मिलेगा।
इस योजना पर ऐप्पल के सीईओ टिम कुक ने कहा, "भारत दुनिया भर के आईओएस डेवलपमेंट कम्युनिटी में सबसे ज्यादा जीवंत और उद्मयमशालीसमुदाय में से एक है। बंगलुरु में नई फेसलिटी की शुरुआत करके हम डेवलपर को नए टूल का एक्सेस देंगे। इसकी मदद से वे दुनिया भर के ग्राहकों तक अपनी खोज को पहुंचा पाएंगे।"
बंगलुरु में शुरू किए जाने वाले डिजाइन और डेवलपमेंट एक्सेलेरेटर में डेवलपरों के साथ ऐप्पल की टीम भी काम करेगी। यहां पर कंपनी के विशेषज्ञ संगोष्ठियों का आयोजन करेंगे। और डेवलपर्स उनके हर ऐप की समीक्षा भी दी जाएगी। ऐप्पल ने कहा कि बंगुलरु फेसलिटी में डेवलपर ऐप्पल की प्रोग्रामिंग भाषा को आसानी से सीख सेकेंगे जिसका इस्तेमाल वे आईओएस, ओएस एक्स, ऐप्पल टीवी और ऐप्पल वॉच के लिए कर पाएंगे।
इस घोषणा पर नासकॉम के प्रेसिडेंट आर चंद्रशेखर ने कहा, ''बंगलुरु में ऐप्पल
के इस निवेश का क्षेत्र में तेजी से विस्तार कर रहे डेवलपर कम्युनिटी पर दूरगामी असर होगा। यहां पर दी जाने वाली ट्रेनिंग की मदद से डेवलपर अपने ऐप के डिजाइन को और बेहतर कर पाएंगे और उन्हें ज्यादा बड़े मार्केट तक पहुंचने में आसानी होगी।"