Zomato ने भारत में अपने यूजर्स के लिए एक नया फीचर शुरू किया है, जिसके जरिए कैंसल किए गए ऑर्डर से होने वाले फूड की बर्बादी को कम करना है। फूड रेस्क्यू नाम का यह फीचर यूजर्स को सीमित समय के लिए किफायती कीमतों पर आस-पास के रेस्टोरेंट से दूसरों के जरिए कैंसल किए गए ऑर्डर पाने की सुविधा प्रदान करता है। फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म का कहना है कि ग्राहकों को ऑर्डर कम समय में और बिना छेड़छाड़ की हुई पैकेजिंग में मिलेंगे। ध्यान देने वाली बात यह है कि कुछ चुनिंदा फूड प्रोडक्ट ही इस सर्विस में आएंगे, इसमें आइसक्रीम या शेक आदि शामिल नहीं होंगे।
Zomato का फूड रेस्क्यू फीचर
एक ब्लॉग
पोस्ट में Zomato ने घोषणा की है कि हाल ही में कैंसल किए गए ऑर्डर डिलीवरी पार्टनर के 3 किलोमीटर के अंदर आने वाले ग्राहकों को ऐप पर नजर आएंगे। ऑर्डर सिर्फ कुछ मिनटों के लिए क्लैम करने वाले ग्राहकों के लिए उपलब्ध होंगे। वहीं असली ग्राहक (जिन्होंने ऑर्डर करके कैंसल किया है) और साथ ही उनके आसपास के लोग उस संबंधित ऑर्डर को नहीं पा सकेंगे। अगर कैंसल किए गए ऑर्डर की पेमेंट पहले ही ऑनलाइन हो चुकी है तो नए ग्राहक के जरिए पेमेंट किए गए अमाउंट उनके और रेस्टोरेंट पार्टनर के साथ साझा किया जाएगा। Zomato का कहना है कि प्लेटफॉर्म चार्ज से सिर्फ जरूरी सरकारी टैक्स रखेगा।
फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म के अनुसार, उसके 99.9 प्रतिशत रेस्टोरेंट पार्टनर इस फीचर के लिए साइन अप करना चाहते हैं। फूड रेस्क्यू के साथ उन्हें कैंसल किए गए ऑर्डर के लिए कंपनसेशन मिलेगा और उस ग्राहक द्वारा पेमेंट किए गए अमाउंट का एक छोटा हिस्सा भी मिलेगा। Zomato का कहना है कि इसके अलावा डिलीवरी पार्टनर्स को पूरी यात्रा के लिए पूरा कंपनसेशन भी दिया जाएगा।
इस फीचर के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए असली ग्राहक को ऑर्डर कैंसल करने के लिए कैंसलेशन चार्ज का भुगतान करना होगा जो कि कुल अमाउंट का 100 प्रतिशत है।
Zomato ने साफ किया है कि दूरी या तापमान से खराब होने वाले सामान जैसे कि आइसक्रीम, शेक, स्मूदी और अन्य खराब होने वाला सामान इस फीचर पर नजर नहीं आएंगे। वहीं जो ग्राहक शाकाहारी फूड पसंद करते हैं उन्हें मांसाहारी ऑर्डर नहीं नजर आएंगे।