• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • भारत के 3700 बांधों पर संयुक्‍त राष्‍ट्र की यह रिपोर्ट चिंताजनक है! आप भी पढ़‍िए

भारत के 3700 बांधों पर संयुक्‍त राष्‍ट्र की यह रिपोर्ट चिंताजनक है! आप भी पढ़‍िए

इसकी वजह डैम में जमा होने वाली गाद है। भंडारण क्षमता कम होने से भविष्‍य में सिंचाई और बिजली उत्‍पादन पर असर पड़ सकता है।

भारत के 3700 बांधों पर संयुक्‍त राष्‍ट्र की यह रिपोर्ट चिंताजनक है! आप भी पढ़‍िए

गाद की वजह से दुनिया भर में लगभग 50 हजार बड़े बांधों की कुल भंडारण क्षमता 13 से 19 फीसदी तक घट गई है।

ख़ास बातें
  • संयुक्‍त राष्‍ट्र की रिपोर्ट
  • भारत समेत पूरी दुनिया के लिए बढ़ेगी चुनौती
  • चीन के बांधों पर भी असर
विज्ञापन
तमाम रिपोर्टें यह बताती आई हैं कि दुनिया को भविष्‍य में जल संकट का सामना करना पड़ेगा। अब संयुक्त राष्ट्र की एक स्‍टडी में चेतावनी दी गई है कि भारत में लगभग 3,700 बांध साल 2050 तक अपने कुल पानी भंडारण का 26 फीसदी हिस्‍सा खो देंगे। इसकी वजह डैम में जमा होने वाली गाद है। भंडारण क्षमता कम होने से भविष्‍य में सिंचाई और बिजली उत्‍पादन पर असर पड़ सकता है। जानकारी के अनुसार, साल 2015 में केंद्रीय जल आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि 50 साल से ज्‍यादा पुराने 141 बड़े जलाशयों में से एक चौथाई जलाशयों की भंडारण क्षमता 30 फीसदी तक कम हो गई है। गाद की वजह से दुनिया भर में लगभग 50 हजार बड़े बांधों की कुल भंडारण क्षमता 13 से 19 फीसदी तक घट गई है। 

यह स्‍टडी यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी इंस्टिट्यूट ऑफ वॉटर, एनवायरनमेंट एंड हेल्‍थ (UNU-INWEH) ने की है, जिसे पानी पर संयुक्त राष्ट्र के थिंक टैंक के रूप में भी जाना जाता है। स्‍टडी बताती है कि साल 2050 तक 150 देशों के 47,403 बड़े बांधों में पानी का कुल भंडारण 6316 बिलियन क्यूबिक मीटर से 4665 बिलियन क्यूबिक मीटर पर आ जाएगा। यानी दुनियाभर के देशों के बांधों में पानी का भंडारण 26 प्रतिशत तक कम हो सकता है, जो 1,650 बिलियन क्यूबिक मीटर है।  

रिपोर्ट के अनुसार 1,650 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी कम स्‍टोर होने को ऐसे भी समझा जा सकता है कि इतना पानी हर साल भारत, चीन, इंडोनेशिया, फ्रांस और कनाडा जैसे देश उपयोग करते हैं।  

रिपोर्ट यह भी बताती है कि बांधों में गाद जमने के कारण सबसे ज्यादा एशिया प्रशांत क्षेत्र प्रभावित हो रहा है। इस क्षेत्र में बांधों की भंडारण क्षमता साल 2022 में 23 फीसदी कम हो गई। इस सदी के मध्य तक यह क्षमता और 23 फीसदी कम हो सकती है। चिंता इसलिए भी है क्‍योंकि इसी इलाके में दुनिया की 60 प्रतिशत आबादी रहती है। पानी की कमी से यहां खाद्य और जल सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ सकता है। 

रिपोर्ट में चीन को लेकर भी चिंताजनक जानकारी दी गई है। कहा गया है कि चीन के बांध अपनी भंडारण क्षमता का लगभग 10 फीसदी खो चुके हैं और साल 2050 तक 10 फीसदी भंडारण क्षमता और कम हो जाएगी। पानी में ज्‍यादा गाद होने से डैम की क्षमता पर असर पड़ता है। गाद डैम की सतह में जमा हो जाती है और डैम की लाइफ कम होती चली जाती है। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: India, Dams, UN Study, Water storage capacity Report
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Vivo V60 vs Oppo Reno 14 5G vs iQOO Neo 10: कंपेरिजन से जानें कौन है बेहतर?
  2. Realme P4 Pro 5G vs Vivo Y400 5G vs OnePlus Nord CE 5 5G: जानें 30 हजार में कौन है बेस्ट
  3. AI सुपरपावर रैंकिंग में अमेरिका टॉप पर, लेकिन भारत ने चीन को पछाड़ा
  4. भारत के लेटेस्ट वाटरप्रूफ स्मार्टफोन, नहीं होंगे पानी में भी खराब, जैसे मर्जी करें इस्तेमाल
  5. हाथ में iPad, बॉडी पर कैमरा, अब बिहार पुलिस बनेगी Digital Police! देखिए कैसे बदलेगा पूरा सिस्टम
  6. Honor की Magic 8 सीरीज के लॉन्च की तैयारी, 4 मॉडल हो सकते हैं शामिल
  7. ऑनलाइन मनी गेमिंग पर बैन के खिलाफ कोर्ट जा सकती हैं बड़ी गेमिंग कंपनियां
  8. Samsung के Galaxy S26 Pro और Galaxy S26 Edge में मिल सकता है Exynos 2600 चिपसेट
  9. itel ZENO 20 भारत में लॉन्च: 5000mAh बैटरी, 128GB तक स्टोरेज और बड़ा डिस्प्ले, कीमत Rs 5,999 से शुरू
  10. Vivo T4 Pro जल्द होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल Sony प्राइमरी कैमरा
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »