एंड्रॉयड स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले ध्यान दें! आप हैकर्स के निशाने पर हो सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, एंड्रॉयड यूजर्स को धोखा देने के लिए हैकर्स नई तकनीक इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे लोगों को पता भी नहीं चलता और उनके फोन में ‘चपत' लगाने वाले ऐप्स इंस्टॉल हो जाते हैं। विशेषरूप से उन यूजर्स को सावधान रहने की जरूरत है, जो अपने मोबाइल में बैंकिंग सेवाओं से संबंधित ऐप इस्तेमाल करते हैं। क्या है यह पूरा मामला, आइए जानते हैं।
द हैकर न्यूज की
रिपोर्ट में बताया गया है कि पोलिश फाइनेंशियल सुपरविजन अथॉरिटी की कंप्यूटर सिक्योरिटी इंसिडेंट रेस्पॉन्स टीम (CSIRT KNF) के सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने एक नए
मामले का पता लगाया है। साइबर अपराधी उन लोगों को अपना टार्गेट बना रहे हैं, जो अपने मोबाइल में बैंकिंग सेवाएं इस्तेमाल करते हैं।
ऐप अपडेट करने को कह रहे साइबर अपराधी
रिपोर्ट के अनुसार, साइबर अपराधी ग्राहकों को ऐसे टेक्स्ट मैसेज भेज रहे हैं, जिसमें उन्हें कहा जा रहा है कि लोगों को अपने मोबाइल बैंकिंग ऐप को अपडेट करने की जरूरत है।
मैसेज के साथ भेजा जा रहा लिंक
यूजर्स को जो टेक्स्ट मैसेज भेजा जा रहा है, उसके साथ एक लिंक भी है। लिंक पर क्लिक करते ही फोन में एक अपडेट दिखाई देता है। अपडेट के नाम पर ही फ्रॉड किया जाता है, क्योंकि वह प्ले स्टोर या अन्य एंड्रॉयड ऐप स्टोर से संबंधित नहीं होता। वह अपडेट यूजर्स को WebAPK डाउनलोड करने के लिए कहता है।
ऐसा करने पर स्मार्टफोन का ब्राउजर सिक्योरिटी को डिसेबल कर देता है और यूजर्स की डिवाइस पर ऐप को इंस्टॉल कर देता है। रिपोर्ट कहती है कि यूजर्स के फोन में नकली बैंकिंग ऐप को इंस्टॉल करने के बाद साइबर अपराधी यूजर्स से उनकी बैंकिंग डिटेल भरवाते हैं और बैंक अकाउंट को खाली कर देते हैं।
ऐसे रहें सतर्क
- इस तरह के डाउनलोड्स या मैलवेयर से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
- कभी ऐप को साइडलोड नहीं करना चाहिए।
- सिर्फ गूगल प्ले स्टोर या अन्य वेरिफाइड ऐप स्टोर्स से ही ऐप को इंस्टॉल करें।
- अगर आप APK फाइल इंस्टॉल कर रहे हैं, तो उसकी प्रमाणिकता की जांच कर लें।
- ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें जो ऐप अपडेट करने से संबंधित है।