टॉप इलेक्ट्रिक कार कंपनियों में शामिल Tesla की कारों में सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी के मामले बढ़ रहे हैं। अमेरिका में कंपनी की लगभग 11 लाख कारों को विंडो ऑटोमैटिक रिवर्सल सिस्टम में खराबी के कारण रिकॉल किया जा रहा है। इस गड़बड़ी से कार में बैठे लोगों को चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है।
Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला ने नेशनल हाइवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन (NHTSA) को बताया कि वह ऑटोमैटिक विंडो रिवर्सल सिस्टम के लिए सॉफ्टवेयर अपडेट करेगी। रिकॉल में मॉडल 3, मॉडल Y, मॉडल S और मॉडल X कारें शामिल हैं। NHTSA का कहना है कि ये कारें पावर विंडोज के लिए फेडरल मोटर व्हीकल सेफ्टी स्टैंडर्ड की जरूरतों को पूरा करने में नाकाम रही हैं।
टेस्ला ने बताया कि पिछले महीने प्रोडक्ट की टेस्टिंग के दौरान एंप्लॉयीज ने विंडो ऑटोमैटिक रिवर्सल सिस्टम में कुछ कमियों को पकड़ा था। कंपनी ने कहा कि उसे इस गड़बड़ी के कारण किसी वॉरंटी क्लेम, फील्ड रिपोर्ट्स, दुर्घटना या चोटों की जानकारी नहीं है।
कंपनी की नई कारों में सॉफ्टवेयर के अपडेट को शामिल किया गया है। हाल ही में Tesla के खिलाफ कार में ऑटोनॉमस ड्राइविंग सिस्टम नहीं देने के कारण
मुकदमा किया गया है। एक कस्टमर की ओर से दायर इस मुकदमे में कहा गया है कि उन्होंने टेस्ला का मॉडल X खरीदा था और कंपनी को ड्राइवर असिस्टेंस सॉफ्टवेयर के लिए अतिरिक्त रकम चुकाई थी। हालांकि, कंपनी ने विज्ञापन में बताए गए फुल सेल्फ-ड्राइविंग के फीचर को उपलब्ध नहीं कराया है। कंपनी को पिछले महीने जर्मनी के एक कोर्ट ने ऑटोपायलट और ऑटोनॉमस ड्राइविंग फीचर्स का विज्ञापन जारी रखने की अनुमति दी थी।
इस मामले में कैलिफोर्निया के कस्टमर ने दावा किया है कि टेस्ला ने अपने ऑटोनॉमस ड्राइविंग सिस्टम को लेकर गलत और भ्रामक जानकारी दी थी। उन्होंने कहा है कि टेस्ला और इसके CEO Elon Musk लगभग छह वर्षों से सेल्फ-ड्राइविंग व्हीकल्स उपलब्ध कराने का वादा कर रहे हैं। कानूनी मामले में बताया गया है, "ये वादे लगातार झूठ साबित हुए हैं। मीडिया का ध्यान खींचने और तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के मार्केट में एक बड़ी कंपनी बनने के लिए के लिए टेस्ला और मस्क ऐसे वादे करते हैं।" इस महीने की शुरुआत में कैलिफोर्निया राज्य के ट्रांसपोर्टेशन रेगुलेटर ने कंपनी पर अपने ऑटोपायलट और सेल्फ-ड्राइविंग फीचर्स का झूठा विज्ञापन करने का आरोप लगाया था।