देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) अपने स्टाफ को ऑफिस में लौटने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। कंपनी ने 100 प्रतिशत रिमोट वर्क की अनुमति देने से इनकार किया है। कंपनी का मानना है कि अधिकतर वर्कर्स की दिलचस्पी ऑफिस लौटने में है। हालांकि, कोरोना के मामले दोबारा बढ़ने की आशंका की वजह से कंपनी ने स्टाफ के लिए ऑफिस लौटना अनिवार्य नहीं किया है।
TCS के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, N Ganapathy Subramaniam ने एक इंटरव्यू में
कहा, "ऑफिस आने से अधिक चीजें की जा सकती हैं। यह विशेषतौर पर उन लोगों के लिए अच्छा है जो पिछले दो वर्षों में कंपनी के साथ जुड़े हैं। जब वे ऑफिस आते हैं तो उन्हें TCS का एक अलग नजरिया दिखता है। कोरोना के मामले बढ़ने से कुछ लोगों में ऑफिस आने को लेकर डर है। इस वजह से हम कुछ छूट दे रहे हैं।" कंपनी की ओर से स्टाफ को जरूरत के आधार पर ऑफिस में बुलाया जा रहा है। Subramaniam ने बताया, "कुछ लोग एक सप्ताह में तीन दिन ऑफिस आ रहे हैं तो कुछ की ऑफिस में एक सप्ताह में पांच दिन की मौजूदगी है। यह उनकी पोजिशन पर निर्भर करता है।"
उनका कहना था कि 100 प्रतिशत रिमोट वर्क की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कंपनी चाहती है कि वर्कर्स आफिस आकर इसका अनुभव लें। यह उनके सीखने के लिए भी अच्छा है। TCS का मौजूदा फाइनेंशियल ईयर की तीसरी तिमाही में प्रॉफिट उम्मीद से कम रहा है। इकोनॉमिक स्लोडाउन के कारण बहुत से क्लाइंट्स के खर्च में कमी करने से कंपनी के प्रॉफिट पर असर पडा है।
कंपनी ने बताया कि वह शेयरहोल्डर्स को 8 रुपये के इंटरिम डिविडेंड के अलावा 67 रुपये का स्पेशल डिविडेंड भी देगी। TCS का तीसरी तिमाही में कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट बढ़कर 10,846 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने पिछले फाइनेंशियल ईयर की इसी तिमाही में लगभग 9,800 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हासिल किया था। कंपनी की अक्टूबर-दिसंबर की अवधि के दौरान ऑर्डर बुक 7.8 अरब डॉलर की रही। यह सितंबर तिमाही में 8.1 अरब डॉलर की थी। एनालिस्ट्स ने तीसरी तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 11,046 करोड़ रुपये रहने का अनुमान दिया था। IT सेक्टर पर अमेरिका और यूरोप में स्लोडाउन का असर पड़ा है, जहां से इसे अपने रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा मिलता है।