Tata Motors ने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर भारी फोकस करना शुरू कर दिया है। कंपनी की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी डिवीज़न टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (TPEM) इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) से संबंधित सभी डेवलपरमेंट पर नज़र रखेगी। TPEM ने अपनी Avinya कॉन्सेप्ट को भी पेश किया है, जिसमें आने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों में ऑटोनॉमस ड्राइविंग का इस्तेमाल किया जाएगा।
Rushlane के
अनुसार, TPEM के वीपी-प्रोडक्ट लाइन एंड ऑपरेशंस आनंद कुलकर्णी (Anand Kulkarni) ने खुलासा किया है कि टाटा मोटर्स ऑटोनोमस ड्राइविंग पर गौर कर रही है। उनका कहना है कि आर्किटेक्चर Level 3 या इससे ऊपर की ऑटोनोमस टेक्नोलॉजी के लिए पूरी तरह से सक्षम है। उन्होंने आगे कहा कि इस प्लेटफॉर्म के लिए पूरी तरह से ऑटोनोमस ड्राइविंग भी संभव है, लेकिन ग्लोबल मार्केट में पर्याप्त मांग की जरूरत है।
बड़े और एडवांस लेवल की ऑटोनोमस ड्राइविंग देने की बात जहां आती है, वहां Tesla का नाम सबसे ऊपर आता है। कंपनी लंबे समय से अपने सभी इलेक्ट्रिक वाहनों में बेहद एडवांस लेवल का ऑटोनोमस ड्राइविंग सिस्टम दे रही है। ऑटोनोमस ड्राइविंग सिस्टम इलेक्ट्रिक वाहन को बेहद पेचिदा एल्गोरिद्म के जरिए खुद चलाती है। हालांकि, इसमें ड्राइवर की जरूरत होती है।
Avinya कॉन्सेप्ट फुल ईवी प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जो 4.1 मीटर से 4.5 मीटर की लंबाई के बीच कारों को बना सकता है। कंपनी का कहना है कि यह प्लेटफॉर्म कई तरह के बॉडी स्टाइल के साथ-साथ ड्राइवट्रेन की एक बड़ी रेंज को अपनाने में सक्षम है। इस प्लेटफॉर्म पर आधारित मॉडल फ्रंट-व्हील ड्राइव, रियर-व्हील ड्राइव या ऑल-व्हील ड्राइव हो सकते हैं। कुलकर्णी के अनुसार, यह महत्वपूर्ण है कि यह आर्किटेक्चर ऑटोनोमस ड्राइविंग के लिए सभी सुरक्षा नियमों को पूरा करे। यह प्लेटफॉर्म आधुनिक कनेक्टिविटी फीचर्स से लैस होगा जो ऑटोनोमस टेक्नोलॉजी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कंपनी पहले ही पुष्टि कर चुकी है कि उसकी योजना 2026 तक दस नई इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करने की है। रिपोर्ट कहती है कि अविन्या कॉन्सेप्ट पर आधारित बड़े ईवी के सिंगल चार्ज पर 500 km की रेंज दे सकेंगे, जो लगभग 370 km की रियल वर्ल्ड लिमिट होनी चाहिए।