Pluto के ऑर्बिट में है बड़ा झोल! बाकी ग्रहों के ऑर्बिट से बिल्कुल अलग- स्टडी

प्लूटो का ऑर्बिट मौलिक रूप से दूसरे ग्रहों से अलग है। अधिकतर ग्रह सूर्य के चारों और गोलाकार ऑर्बिट में घूमते हैं लेकिन प्लूटो चपटे ऑर्बिट में चलता है।  

Pluto के ऑर्बिट में है बड़ा झोल! बाकी ग्रहों के ऑर्बिट से बिल्कुल अलग- स्टडी

प्लूटो सूरज का एक चक्कर लगाने में 248 साल का समय लेता है।

ख़ास बातें
  • प्लूटो (Pluto), जिसे बौना ग्रह भी कहा जाता है, 1930 में खोजा गया था।
  • नासा ने 14 जुलाई 2015 को पहली बार इसका दौरा किया था।
  • Pluto को 1930 में खगोलशास्त्री क्लाइड टॉम्बो ने खोजा था।
विज्ञापन
प्लूटो (Pluto), जिसे बौना ग्रह भी कहा जाता है, 1930 में खोजा गया था। इसके अजब और चढ़ावदार ऑर्बिट के कारण यह वैज्ञानिकों की रुचि का विषय रहा है। नई रिसर्च बताती है कि इसके ऑर्बिट में छोटे टाइमस्केल पर गड़बड़ी हो सकती है। बड़े टाइमस्केल पर इसका ऑर्बिट स्थिर दिखता है। इसका अर्थ है कि प्लूटो का ऑर्बिट मौलिक रूप से दूसरे ग्रहों से अलग है। अधिकतर ग्रह सूर्य के चारों और गोलाकार ऑर्बिट में घूमते हैं लेकिन प्लूटो चपटे ऑर्बिट में चलता है।  

प्लूटो का ऑर्बिट सोलर सिस्टम के एक्लिप्टिक प्लेन में 17 डिग्री उठा हुआ है। प्लूटो सूरज का एक चक्कर लगाने में 248 साल का समय लेता है। इसका मतलब यह भी है कि प्लूटो प्रत्येक चक्र के दौरान नेपच्यून की तुलना में सूर्य के करीब 20 साल बिताता है।

जब ये दोनों ग्रह एक दूसरे के रास्ते को काटते हैं, तो भी उन्हें एक-दूसरे से टकराने से क्या रोकता है? शोधकर्ताओं का कहना है कि एक ऑर्बिटल रेजोनेंस जिसे "मीन मोशन रेजोनेंस (mean motion resonance)" के रूप में जाना जाता है, इन्हें एक-दूसरे से टकराने से रोकता है। प्लूटो के ऑर्बिट में नेपच्यून के साथ एक स्टेबल 3:2 मीन मोशन रेजोनेंस है। प्लूटो सूर्य का चक्कर लगाने में जो दो ऑर्बिट बनाता है, नेप्च्यून उनको तीन बनाता है। इसलिए ये दोनों एक दूसरे से नहीं टकराते हैं। 

यह रिसर्च एरिज़ोना यूनिवर्सिटी से डॉ रेणु मल्होत्रा ​​​​और चिबा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से ताकाशी इतो ने की है। इसे प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित किया गया है। उन्होंने कहा है कि हमने अपनी जांच में पाया है कि बृहस्पति प्लूटो पर स्टेबल करने वाला प्रभाव डालता है जबकि यूरेनस या अरूण ग्रह इस पर डगमगाने वाला प्रभाव डालता है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि आश्चर्यजनक रूप से प्लूटो का ऑर्बिट बड़ी गड़बड़ी के बहुत करीब है।  

Pluto को 1930 में खगोलशास्त्री क्लाइड टॉम्बो ने खोजा था। नासा ने न्यू होराइजन्स मिशन के दौरान 14 जुलाई 2015 को पहली बार इसका दौरा किया गया था।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: pluto, pluto orbit, pluto news, NASA, NASA News, Solar system
गैजेट्स 360 स्टाफ

द रेजिडेंट बोट । अगर आप मुझे ईमेल करते हैं, तो कोई इंसान जवाब ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
#ताज़ा ख़बरें
  1. 21990 रुपये वाला प्रोजेक्टर सिर्फ 4999 रुपये में, घर ही बन जाएगा सिनेमा, टीवी भी लगने लगेगा फीका
  2. Excitel का गजब ऑफर, 1 महीने तक फ्री में चलाएं 200mbps स्पीड वाला इंटरनेट
  3. अब कंबल भी हो गया स्मार्ट! बिजली से होगा गर्म, मोबाइल से होगा कंट्रोल: Xiaomi ने किया लॉन्च
  4. Apple फैन्स को फोल्डेबल iPhone के लिए करना होगा और लंबा इंतजार, जानें क्यों हो रही है इतनी देरी?
  5. Xiaomi ने लॉन्च किया गजब वॉटर प्यूरीफायर जो बर्फ भी जमाता है और पानी भी गर्म करता है
  6. iQOO 15 vs OnePlus 13s vs Vivo X200 FE: जानें कौन सा फोन है बेहतर?
  7. WhatsApp लगा रहा AI चैटबॉट पर प्रतिबंध, ChatGPT और अन्य AI प्लेटफॉर्म नहीं करेंगे काम
  8. दिवाली के बाद भी Flipkart पर ऑफर्स का बारिश, मात्र 10 हजार से भी सस्ता मिल रहा Oppo का ये 5G स्मार्टफोन
  9. भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और बैटरी पर सब्सिडी के खिलाफ चीन ने की WTO में शिकायत
  10. Poco F8 Ultra जल्द हो सकता है लॉन्च, NBTC वेबसाइट पर हुई लिस्टिंग
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »