OpenAI GPT-4o आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) मॉडल सोमवार को पेश किया गया था। अब यह कुछ यूजर्स के लिए पेश किया जा रहा है। कंपनी के नए फ्लैगशिप-ग्रेड AI मॉडल ने चैटबॉट की लैंग्वेज और विजन फीचर्स में काफी सुधार किए हैं। इसके अलावा सवालों की लैंग्वेज और रेफ्रेंस के लिए बेहतर समझ भी मिलेगी। फिलहाल यूजर्स को AI मॉडल लिमिटेड एक्सेस के साथ मिल रहा है और वॉयस और वीडियो फीचर्स इस्तेमाल के लिए उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि, लोग इसके टेक्स्ट और वेब सर्च फीचर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
गैजेट्स 360 पर हमें शुक्रवार की सुबह GPT-4o मॉडल तक एक्सेस मिला। इससे कंफर्म होता है कि AI मॉडल भारत में उपलब्ध होगा, जबकि OpenAI के स्प्रिंग अपडेट इवेंट के दौरान इसका खुलासा नहीं किया गया था। हालांकि, यह सिर्फ कुछ स्टाफ मेंबर के लिए ही उपलब्ध था, इसलिए संभावना है कि कंपनी AI मॉडल को धीरे-धीरे पेश कर रही है और हर किसी को इसका इस्तेमाल करने में कुछ हफ्ते लगेंगे। आपको बता दें कि लिमिटेड एक्सेस भी बहुत प्रतिबंधित है। हम लिमिट खत्म होने से पहले लगभग 10 सवाल प्राप्त करने में सक्षम थे और हमें GPT-3.5 पर वापस शिफ्ट होना पड़ा।
वर्तमान में यूजर्स दूसरों की तुलना में फास्ट एक्सेस के लिए कुछ भी नहीं कर सकते हैं। हालांकि, ज्वाइन करने के लिए कोई वेटिंग लिस्ट नहीं है। यूजर्स को इस अपडेट के लिए एक OpenAI अपडेट की जरूरत होगी। एक बार GPT-4o उपलब्ध होने पर यूजर्स को वेबसाइट ओपन करने पर एक मैसेज मिलेगा जिसमें साफ किया गया है कि वे अब इसे लिमिटेड कैपेसिटी में एक्सेस कर सकते हैं। अगर आपके एंड्रॉइड या आईओएस ऐप पर भी यही अकाउंट है तो आपको वहां भी मॉडल तक एक्सेस मिलेगा। ध्यान देने वाली बात यह है कि री-लोड करने पर मैसेज गायब हो जाएगा।
यह चेक करने के लिए एक आसान टेस्ट है कि आपके पास GPT-4o है या नहीं। चैटजीपीटी वेबसाइट ओपन करने के बाद आप मार्जिन के अंदर ऊपर बाईं ओर एक मीनू देख सकते हैं। अगर आपके पास GPT-4o तक एक्सेस नहीं है और आप एक फ्री यूजर हैं तो यह ChatGPT 3.5 दिखाएगा और आपको GPT-4 तक एक्सेस के साथ ChatGPT Plus के लिए साइन अप करने का ऑप्शन देगा। हालांकि, अगर आपके पास नए AI मॉडल तक एक्सेस है तो मीनू में किसी भी नंबर की जानकारी नहीं होगी और सिर्फ चैटजीपीटी और चैटजीपीटी प्लस की जानकारी होगी। इसके अलावा पावर के आइकन को दो एलिप्टिकल सर्किल से बदल दिया गया है।
हमने नए AI मॉडल का स्टडी की और इसके रिस्पॉन्स में कुछ सुधार मिले हैं। GPT-3.5 की तुलना में यह अब जवाब को बेहतर फॉर्मेट में दिखाता है। क्रिएटिव जनरेशन भी ज्यादा फ्लूइड है और इसकी 'रोबोटिक' लैंग्वेज का इस्तेमाल काफी कम हो गया है। सबसे बड़ा अपग्रेड यह है कि यह मॉडल आपको नई जानकारी देने के लिए वेब पर सर्च कर सकता है। प्रत्येक वेब बेस्ड सर्च रिजल्ट अब रेफ्रेंस के साथ आता है कि जानकारी प्राप्त करने के लिए किस वेबसाइट का इस्तेमाल किया गया था।
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