क्या ऐपल (Apple) डिवाइस की मदद से स्टॉकर्स का पीड़ितों को आतंकित करना आसान हो जाता है? दाे महिलाओं ने यही दलील देते हुए अमेरिका में ऐपल पर मुकदमा किया है। कहा है कि ऐपल की AirTag डिवाइस से स्टॉकर्स के लिए पीड़ितों को ट्रैक करना और उन्हें आतंकित करना आसान हो जाता है। गौरतलब है कि ऐपल AirTag सिक्के के आकार की एक छोटी और कम खर्चीली डिवाइस है। इन्हें आमतौर पर बैगपैक्स या चाभी जैसी पर्सनल चीजों में लगाया जाता है, ताकि उन्हें लोकेट किया जा सके। हालांकि तमाम रिपोर्ट्स में यह सामने आया है कि ऐपल AirTag का बेजा इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी मदद से लोगों को ट्रैक भी किया जा सकता है।
रिपोर्ट्स के
अनुसार, सेन फ्रांस्सिको की फेडरल कोर्ट में मुकदमा दायर करने वाली एक महिला ने बताया कि उसके एक्स बॉयफ्रेंड ने अपनी कार के व्हील में ऐपल AirTag लगाया था, ताकि वह जान सके कि वह उससे बचने के लिए कहां गई थी। वहीं, दूसरी महिला का पति जो उससे अलग रह रहा था, उसने बच्चे के बैग में एयरटैग लगाकर अपनी पत्नी की हरकतों पर नजर रखी।
मुकदमे में यह भी दावा किया गया है कि ऐपल AirTag के जरिए लोगों को ट्रैक कर उनकी हत्या तक की गई है। एक मामला ओहियो का है, जहां एक एक्स बॉयफ्रेंड ने एक महिला को ट्रैक करने और उसे शूट करने के लिए डिवाइस का इस्तेमाल किया। वहीं, इंडियाना में एक महिला ने अपने एक्स बॉयफ्रेंड की कार में एयरटैग छुपाया, फिर उसका पीछा किया और मौका पाकर उसे कुचल दिया।
दिलचस्प यह भी है कि अप्रैल 2021 में ऐपल ने इस डिवाइस ‘स्टाकर प्रूफ' के रूप में एडवरटाइजर किया था। हालांकि लगातार आ रही शिकायतों के बाद कंपनी ने इस साल की शुरुआत में इसके सुरक्षा उपायों को अपग्रेड किया। इसके तहत यूजर्स को उन ऐपल AirTag के बारे में बताया जाता है, जो उनके साथ रजिस्टर्ड नहीं है, लेकिन आसपास मौजूद है। हालांकि इन उपायों ने यूजर्स की चिंताओं को खत्म नहीं किया है। मुकदमे में महिलाओं ने हर्जाने की मांग की है। ऐपल ने इस मामले में फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।