कई सदियों के इंतजार के बाद 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का भव्य 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह होने जा रहा है। इसके लिए तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। इससे पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने राम मंदिर की सैटेलाइट के जरिए खींची गई मनमोहक पिक्चर्स जारी की हैं। ये पिक्चर्स Cartosat से पिछले वर्ष 16 दिसंबर को खींची गई थी। इनमें पवित्र शहर अयोध्या के मध्य में निर्माणाधीन राम मंदिर को देखा जा सकता है।
Cartosat एक रिमोट-सेंसिंग सैटेलाइट है और इसमें इन-ऑर्बिट स्टीरियो इमेज लेने की क्षमता है। इन पिक्चर्स को ISRO के नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (NRSC) ने प्रोसेस किया है। ISRO की
वेबसाइट के अनुसार, "इस सैटेलाइट से मिली इमेजेज का इस्तेमाल कार्टोग्राफिक एप्लिकेशंस, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यों, तटीय जमीन के इस्तेमाल और नियंत्रण और जियोग्राफिकल इनफॉर्मेशन सिस्टम्स (GIS) एप्लिकेशंस के लिए किया जाएगा।"
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से राम मंदिर की विशेष पिक्चर्स जारी की गई हैं। इसमें मंदिर फूलों और अन्य प्राकृतिक आभूषणों से सजा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी को राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह की अगुवाई करेंगे। राम लला की मूर्ति 18 जनवरी को राम मंदिर के 'गर्भ गृह' में रखी गई थी। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव, चंपत राय ने बताया, "भगवान श्री राम लला की मूर्ति पांच वर्ष के बच्चे के रूप में है। यह मूर्ति 51 इंच लंबी है और इसे काले पत्थर से बहुत आकर्षक तरीके से बनाया गया है।" मुख्य समारोह से एक सप्ताह पहले 16 जनवरी को अयोध्या में 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान शुरू हुए थे।
अयोध्या में इस
समारोह के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते के कमांडो कई जगहों पर तैनात हैं। इसके साथ ही ड्रोन और अन्य आधुनिक निगरानी उपकरणों के जरिए निगरानी की जा रही है। इस समारोह में लगभग 8,000 VIP मेहमान हिस्सा लेंगे। अयोध्या की सीमाओं को एक दिन पहले सील कर दिया गया है। इसके बाद इस भव्य समारोह के लिए विशेष तौर पर आमंत्रित किए गए लोगों को ही शहर में प्रवेश की अनुमति मिलेगी। अयोध्या के हवाई अड्डे पर भी विमानों की बड़ी संख्या में आवाजाही हो रही है।