पिछले कुछ महीनों से इजरायल और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है। हाल ही में इजरायल ने ईरान पर एक बड़ा हमला भी किया था। फलस्तीन पर इजरायल के लगातार हमलों से बहुत से देश नाराज हैं। इन देशों की अगुवाई ईरान कर रहा है। ईरान के सुप्रीम लीडर Ayatollah Ali Khamenei ने इजरायल को सबक सिखाने की चेतावनी दी है। हालांकि, सोशल मीडिया मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर खमेनी का हिब्रू भाषा में एकाउंट निलंबित कर दिया गया है।
इस बारे में Jerusalem Post की एक
रिपोर्ट में बताया गया है कि X पर हिब्रू भाषा के एक एकाउंट को केवल दो पोस्ट्स के बाद निलंबित किया गया है। पिछले सप्ताह खमेनी ने एक
पोस्ट में कहा था, "जियोनिस्ट शासन ने एक गलती की है और ईरान का आकलन करने में वे चूक गए हैं। उन्हें हम यह समझाएंगे कि ईरान की शक्ति, क्षमता, कोशिश और इच्छा क्या है।' इससे पहले भी इस एकाउंट से एक पोस्ट किया गया था। इजरायल के ईरान के सैन्य ठिकानों पर किए गए हमलों के बाद ये पोस्ट किए गए थे। खमेनी X पर अपने मुख्य एकाउंट पर अक्सर हिब्रू में पोस्ट करते हैं।
इन पोस्ट्स में अकसर इजरायल के खिलाफ कड़ी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। खमेनी ने कहा था कि ईरान पर इजरायल के हवाई हमलों को बढ़ा चढ़ाकर या कम नहीं दिखाना चाहिए। पिछले सप्ताह ईरान ने बताया था कि उसके सैन्य ठिकानों पर इजरायल के हमलों में दो सैनिक मारे गए हैं। इजराल ने बताया था कि ईरान की ओर से 1 अक्टूबर को किए गए हमले का उसने जवाब दिया है। इसके साथ ही इजरायल ने कहा था कि उसके लड़ाकू विमान सुरक्षित वापस लौटे हैं और मिशन पूरा हो गया है। ये हमले तेहरान, खुजेस्तान और इलम प्रांतों में सैन्य ठिकानों पर किए गए थे।
पिछले कुछ महीनों में इजरायल ने फलस्तीन का साथ दे रहे लेबनान जैसे देशों को भी निशाना बनाया है। लेबनान में आतंकवादी संगठन हमास के ठिकानों पर इजरायल की ओर से लगातार हमले किए जा रहे हैं। हाल ही में इजरायल ने हमास के प्रमुख को फलस्तीन में उसके ठिकानों पर मार दिया था। इसके बाद ईरान की ओर से इजरायल पर सीधा हमला किया गया था।