भारत सरकार की कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने Microsoft Windows और Office प्रोडक्ट उपयोग करने वाले यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी की है। जुलाई 2025 में पब्लिश इस एडवाइजरी में सुरक्षा से संबंधित कई खामियों की बात हुई है, जिनके चलते स्कैमर्स निजी डाटा तक पहुंच सकते हैं। इसका मतलब है कि फ्रॉड करने वाले निजी जानकारी से लेकर यूजर्स के डिवाइस का एक्सेस पा सकते हैं। इन खामियों के चलते सामान्य यूजर्स और Microsoft के सॉफ्टवेयर और क्लाउड टूल के सूट का उपयोग करने वाले बिजनेस दोनों पर असर हो सकता है। आइए CERT-In की चेतावनी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है CERT-In अलर्ट
CERT-In का कहना है कि
Microsoft प्रोडक्ट में कई कमियां मौजूद हैं जो साइबर फ्रॉड करने वालों को ज्यादा ताकतवर बनाती हैं। जिसके चलते वे खास अधिकार पा सकते हैं, निजी जानकारी निकाल सकते हैं। रिमोट कोड लगा सकते हैं, सिक्योरिटी उपायों को पार कर सकते हैं, स्पूफिंग अटैक कर सकते हैं। सिस्टम सेटिंग्स से छेड़छाड़ करने के साथ-साथ काफी कुछ कर सकते हैं।
कौन सी सर्विस हैं इससे प्रभावित
ये कमियां Microsoft के कई प्रोडक्ट को प्रभावित करती हैं जिसमें माइक्रोसॉफ्ट विंडोज, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस (वर्ड, एक्सल, आउटलुक), माइक्रोसॉफ्ट डायनेमिक्स, Azure क्लाउड सर्विस, माइक्रोसॉफ्ट SQL सर्वर और सिस्टम सेंटर और डेवलपर टूल आदि शामिल हैं। अगर आपके पास विंडोज पीसी है या आप माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस या इससे संबंधित किसी सर्विस का उपयोग करते हैं तो आपका डिवाइस असुरक्षित हो सकता है। हमलावर इन कमियों का फायदा उठा सकते हैं।
सिक्योरिटी के लिए क्या करें यूजर्स
Microsoft ने इन कमियों को माना है और सिक्योरिटी अपडेट गाइड जारी की है। कंपनी ने विंडोज और अन्य प्रभावित प्लेटफॉर्म के लिए लेटेस्ट अपडेट के जरिए समाधान भी बताएं हैं। माइक्रोसॉफ्ट का दावा है कि वर्तमान में किसी भी तरह के स्कैम का पता नहीं चला है, लेकिन यूजर्स को तुरंत इन चीजों पर ध्यान देना चाहिए। CERT-In के अनुसार, यूजर्स को अपने सिस्टम की सुरक्षा के लिए इन बातों पर ध्यान देना चाहिए। विंडोज और ऑफिस पूरी तरह से अपडेट होना चाहिए। सेटिंग्स के जरिए ऑटो अपडेट चालू करना चाहिए। अपडेट इंस्टॉल करने के बाद अपने सिस्टम को रीबूट करना है। अंजान सोर्स से फाइल डाउनलोड नहीं करना है या लिंक पर क्लिक नहीं करना है। अपडेट किए गए एंटीवायरस सॉफ्टवेयर और फायरवॉल का उपयोग करना चाहिए।
CERT-In की क्या चेतावनी है?
CERT-In की जुलाई 2025 में जारी हुई एडवाइजरी में सुरक्षा से संबंधित कई खामियों की बात हुई है, जिनके चलते स्कैमर्स निजी डाटा तक पहुंच सकते हैं।
कौन से डिवाइस प्रभावित होंगे?
भारत सरकार की कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने Microsoft Windows और Office प्रोडक्ट उपयोग करने वाले यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी की है।
कौन सी सर्विस प्रभावित होंगी?
Microsoft के कई प्रोडक्ट को प्रभावित करती हैं जिसमें माइक्रोसॉफ्ट विंडोज, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस (वर्ड, एक्सल, आउटलुक), माइक्रोसॉफ्ट डायनेमिक्स, Azure क्लाउड सर्विस, माइक्रोसॉफ्ट SQL सर्वर और सिस्टम सेंटर और डेवलपर टूल आदि शामिल हैं।
साइबर सुरक्षा के लिए क्या करना चाहिए?
विंडोज और ऑफिस पूरी तरह से अपडेट होना चाहिए। सेटिंग्स के जरिए ऑटो अपडेट चालू करना चाहिए। अपडेट इंस्टॉल करने के बाद अपने सिस्टम को रीबूट करना है। अंजान सोर्स से फाइल डाउनलोड नहीं करना है या लिंक पर क्लिक नहीं करना है। अपडेट किए गए एंटीवायरस सॉफ्टवेयर और फायरवॉल का उपयोग करना चाहिए।
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