Google में छंटनी का सिलसिला अभी थमता नजर नहीं आ रहा है। सीईओ सुंदर पिचई ने कर्मचारियों को इसके बारे में सूचित किया है। जिसमें कहा गया है कि इस साल कंपनी से और भी कर्मचारियों को निकाला जा सकता है। एक मेमो के जरिए सुंदर पिचई ने कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी है। इसके पीछे एक बड़ा कारण आर्टिफिशिअल इंटेलिजेंस को माना जा रहा है। इस साल कंपनियां AI अपनाने में और तेजी दिखाएंगी जिसका सीधा असर वर्कफोर्स कम करने के रूप में नजर आ सकता है।
Google इस साल भी कर्मचारियों की छंटनी जारी रखने वाली है। कंपनी के सीईओ ने एक आंतरिक मेमो में इसकी जानकारी कर्मचारियों को दी है। हालांकि पिछले साल की तरह छंटनी बड़े पैमाने पर नहीं होने वाली है, न ही सभी टीमों पर इसका प्रभाव पड़ने वाला है। छंटनी का प्रभाव कंपनी की कुछ टीमों तक ही सीमित रहेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, गूगल के एक प्रवक्ता की ओर से कहा गया कि कर्मचारियों को इस संबंध में एक मेमो भेजा गया है।
गूगल का कहना है कि इस साल वह बड़ा निवेश करने वाली है जिसमें उसकी मुख्य प्राथमिकताएं शामिल होंगी। पिछले हफ्ते गूगल की ओर से कहा गया था कि वह वॉयस असिस्टेंट यूनिट्स में से कई कर्मचारियों की छंटनी करने वाली है। इसके अलावा हार्डवेयर टीम, जो पिक्सल, नेस्ट और फिटबिट के लिए काम करती है, में से भी छंटनी की जाएगी। साथ ही एडवर्टाइजिंग सेल्स टीम भी इस छंटनी में शामिल की जा सकती है।
Google, Microsoft, Amazon जैसी टेक दिग्गज कंपनियों में छंटनी का सिलसिला लंबे समय से चल रहा है। गूगल में भी पिछले साल कई बार छंटनी हो चुकी है। जनवरी 2023 में Alphabet ने घोषणा कर दी थी कि वह कंपनी में से 12000 की संख्या में वर्कफोर्स को घटाने जा रही है। यह इसके ग्लोबल वर्कफोर्स का 6 प्रतिशत था। सितंबर 2023 तक आते आते कंपनी ने 1,82,381 कर्मचारियों को निकाल दिया था। यह सिलसिला अब 2024 में भी जारी रहने वाला है।