गूगल आज आधिकारिक तौर पर व्यस्क बन गया। चौंकिए मत। दरअसल, गूगल डॉट कॉम डोमेन को आज से 18 साल पहले 15 सितंबर 1997 को रजिस्टर किया गया था। आप में ज्यादातर लोगों को पहले से जानकारी होगी कि गूगल शब्द का जन्म गूगोल (googol) से हुआ है। गूगोल गणित में इस्तेमाल की जाने वाली शब्दावली का हिस्सा है। आपको ये भी मालूम होना चाहिए कि सबसे पहले गूगोल को ही रजिस्टर कराने की तैयारी थी, पर कंपनी एक टीम मेंबर (सॉन एंडरसन) ने वर्तनी में गलती कर दी और googol.com की जगह google.com रजिस्टर हो गया।
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गूगल का बदला-बदला सा है अंदाज, लॉन्च हुआ नया लोगो)
मात्र 18 साल के अंदर
गूगल ने लंबा सफर तय किया है। यह हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। कई बार तो ऐसा लगता है कि यह कंपनी कम से कम 100 साल पुरानी है, लेकिन हकीकत यह है कि आज की तारीख में भी इसका नेतृत्व लैरी पेज और सर्जी ब्रिन ही कर रहे हैं जिन्होंने इसकी स्थापना की थी।
सच यह भी है कि गूगल दुनिया की सबसे पुरानी ऑनलाइन कंपनी है। बता दें कि फेसबुक 11 साल पहले 4 फरवरी 2004 को शुरू हुआ था। वैसे स्टार्ट अप कंपनियों का दौर तो जारी ही है।
गूगल का लोकप्रिय डूडल भी कंपनी के जितना ही पुराना है। पहले डूडल को अगस्त 1998 में बनाया गया था। इसके जरिए यह बताने की कोशिश की गई थी कि टीम बर्निंग मैन फेस्टिवल में हिस्सा लेने वाली है। इस वक्त को गूगल कंपनी भी नहीं था। 17 साल पहले 4 सितंबर 1998 को केलिफॉर्निया में कंपनी के गठन के लिए आवेदन दिया गया था।
कंपनी का गठन तो हो गया पर इसकी शुरुआत सन कंपनी के सह-संस्थापक एंडी बेकटोलेशिम द्वारा निवेश किए गए 1 लाख डॉलर से हुई। जून 1999 में कंपनी ने मार्केट से 25 मिलियन डॉलर और उगाहे। इसी साल गूगल अपने माउंटेन व्यू स्थित दफ्तर में शिफ्ट हुआ और आज भी वहीं पर है।
कंपनी ने 2003 में ब्लॉगर को खरीद लिया और एडसेंस को लॉन्च किया। 2004 में कंपनी ने ऑर्कुट को उतारा।
2005 में लॉन्च किए गए यूट्यूब को नवंबर 2006 में गूगल द्वारा खरीद लिया गया। गूगल मैप्स को फरवरी 2005 में लॉन्च किया गया था। इन सब में सबसे अहम है एंड्रॉयड, जिसकी घोषणा पहली बार नवंबर 2007 में की गई थी। पहले
एंड्रॉयड फोन को सितंबर 2008 में लॉन्च किया गया था और गूगल क्रोम को भी।
मात्र 18 सालों में इतने सारे बदलाव, एक पल के लिए ये आश्चर्यचकित करते हैं। खासकर यह जानकर कि गूगल क्रोम और एंड्रॉयड की उम्र अभी 10 साल भी नहीं है।
अब तक गूगल नाबालिग था। बालिग होने से पहले कंपनी ने नया अवतार धारण कर लिया।
नई कंपनी अल्फाबेट के रूप में। इस साल अगस्त महीने में गूगल ने नई पेरेंट कंपनी अल्फाबेट का गठन किया जिसके अंदर इस इंटरनेट सर्च कंपनी के अलावा अन्य लोकप्रिय गतिवधियों वाली कंपनियां काम करेंगी। इसके अलावा भारतीय मूल के सुंदर पिचाई गूगल के नए सीईओ बनाए गए हैं। और गूगल के संस्थापक लैरी पेज अब अल्फाबेट के सीईओ की भूमिका निभाएंगे।