सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स फेसबुक और इंस्टाग्राम ने जुलाई में लगभग 2.7 करोड़ पोस्ट्स को हटाया है। इन दोनों साइट्स का मालिकाना हक Meta के पास है। Meta ने अपनी मासिक रिपोर्ट में बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से जुड़े रेगुलेशंस का पालन करने के लिए उसने लगभग 1.73 करोड़ पोस्ट्स को स्पैम और लगभग 23 लाख पोस्ट्स को हिंसक और ग्राफिक कंटेंट के कारण हटाया है।
Meta ने शिकायतों के निपटारे की प्रक्रिया के तहत शिकायतों पर उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी है। कंपनी ने बताया कि उसने यूजर्स की सभी रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया दी है। IT रूल्स, 2021 के तहत दी गई मासिक
रिपोर्ट में मेटा ने कहा कि उसने जुलाई में फेसबुक पर लगभग 2.5 करोड़ पोस्ट्स और इंस्टाग्राम पर लगभग 20 लाख पोस्ट्स को हटाया है। फेसबुक पर लगभग 1.73 करोड़ स्पैम पोस्ट्स हटाई गई हैं। इसके अलावा हेट स्पीच से जुड़ी लगभग 1.1 लाख पोस्ट्स, हिंसक और ग्राफिक कंटेंट वाली लगभग 23 लाख पोस्ट्स और अभद्र कंटेंट वाली 27 लाख पोस्ट्स के खिलाफ कदम उठाया गया है।
कंपनी ने बताया कि
इंस्टाग्राम पर हटाई गई पोस्ट्स में से 9 लाख से अधिक पोस्ट्स आत्महत्या और खुद को चोट पहुंचाने से जुड़ी थी जबकि 22,000 से अधिक पोस्ट्स हेट स्पीच और लगभग 3.7 लाख पोस्ट्स अभद्र कंटेंट वाली थी। इस प्रकार के कंटेंट को पकड़ने की दर क्रमशः 99.5 प्रतिशत, 77.4 प्रतिशत और 96 प्रतिशत की थी। IT रूल्स के तहत, मेटा के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को यूजर्स की शिकायतों पर शिकायतों को निपटाने की एक प्रक्रिया के जरिए उत्तर देना होता है। कंपनी ने बताया कि उसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर यूजर्स की ओर से क्रमशः 626 और 1,022 रिपोर्ट मिली थी और इन सभी पर प्रतिक्रिया दी गई है।
फेसबुक पर 603 रिपोर्ट्स के लिए समाधान उपयुक्त टूल्स उपलब्ध कराकर किया गया है। कंपनी की नीतियों के अनुसार बाकी 23 शिकायतों में से नौ पर कदम उठाया गया है। इंस्टाग्राम पर 945 मामलों में यूजर्स के मुद्दों का समाधान टूल्स की मदद से किया गया है। इसके अलावा बाकी की 88 रिपोर्ट्स में से 35 पर कदम उठाया गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर स्पैम और हेट स्पीच जैसे कंटेंट पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार ने सख्त रूल्स बनाए हैं। इन रूल्स का सोशल मीडिया से जुड़ी कंपनियों को पालन करना होता है।