दिल्ली में डीटीसी की 150 इलेक्ट्रिक बसों को मंगलवार को हरी झंडी दिखाई गई है औरशुरू होने के कुछ घंटों बाद ही एक बस रोहिणी डिपो के पास बीच रास्ते में ही खराब हो गई, क्योंकि व्हीकल का तापमान निर्धारित सीमा से अधिक था। हालांकि, दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन का कहना है कि एक इन बिल्ट सिक्योरिटी फीचर के चलते बस रुक गई। जब एक टीम ने उसे ठीक किया तो दो घंटे के अंदर वह दोबारा सड़कों पर चलने के लिए तैयार हो गई।
आपको बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को 150 इलेक्ट्रिक बसों को दिल्ली की सड़कों के हवाले किया था। दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन कर्मचारी यूनियन ने कहा कि बस नंबर DL 516G D2610 जो कि रोहिणी डिपो सेक्टर 37 की थी। शुरू के पहले दिन करीब 4 बजे खराबी की वजह से रुक गई। डीटीसी ने ट्विटर पर कहा कि 'इलेक्ट्रिक बस नंबर 2610 में तय या डिजाइन की गई लिमिट से ज्यादा तापमान दिखने का संकेत आया था और इसलिए अपनी इनबिल्ट सिक्योरिटी फीचर के चलते बस अपने आप बंद हो गई। बस खराब होने पर रिस्पॉन्स टीम तुरंत ही पहुंची और बस को संभाला और उसे दो घंटे के भीतर ही सड़कों के हवाले कर दिया।' सीएम केजरीवाल ने ध्वजारोहण समारोह के दौरान घोषणा की थी कि राजधानी में अगले साल तक ऐसी 2 हजार और बसें शामिल होंगी।
सीएम ने कहा था कि दिल्ली सरकार अगले 10 सालों में इलेक्ट्रिक बसों की खरीद पर 1,862 करोड़ रुपये खर्च करने का प्लान बना रही है। मुंडेला कलां, रोहिणी सेक्टर 37 और राजघाट पर लगभग 150 करोड़ रुपये की लागत से 3 नए ईवी चार्जिंग डिपो बनाए गए हैं, जिसका उद्घाटन भी मंगलवार को किया गया था।
केजरीवाल ने परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, मुख्य सचिव नरेश कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक इलेक्ट्रिक बस में सवारी की थी। मंगलवार को डीटीसी के बेड़े में शामिल की गई इन 150 इलेक्ट्रिक बसों में सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन और जीपीएस समेत अत्याधुनिक फीचर्स दिए गए हैं। आपको बता दें कि करीब 11 साल बाद पब्लिक ट्रांसपोर्टर ने इतनी बड़ी मात्रा में बसों की खरीद की है।
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