दिल्ली सरकार ने प्रदेश में 1500 नई लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें लॉन्च की हैं जो दिल्ली के ट्रांसपोर्ट बेड़े में शामिल हो गई हैं। एक अधिकारिक घोषणा में इसका ऐलान किया गया है। दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ने कई एजेंसियों को इलेक्ट्रिक वहीकल (EV) चार्जिंग स्टेशन तैयार करने को कहा है जहां पर बसों को चार्ज किया जा सकेगा और बैटरी को स्वैप भी किया जा सकेगा। ये सारे इंतजाम दिल्ली ईवी पॉलिसी 2020 के अंतर्गत किए जाएंगे।
प्रदेश की सरकार ने 75 इंटरस्टेट बसें चलाने की मंजूरी भी दी है। इनमें 11 रूटों पर बसें चलेंगी जो दिल्ली से 5 राज्यों में जाएंगीं। डीटीसी के बोर्ड ने तय किया है कि जो महिलाएं HMV ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ड्राइवरों की पोस्ट के लिए ट्रेनिंग ले रही हैं, उनका मेहनताना 6 हजार रुपये से बढ़ाकर 12 हजार रुपये कर दिया गया है। बयान में कहा गया है कि अगर कोई महिला बस ड्राइवर की पोस्ट पर काम करना चाहती है तो उसके लिए HMV ड्राइविंग लाइसेंस की आवश्यकता में 3 साल की छूट है।
डीटीसी ने जिन 10 जगहों को चार्जिंग स्टेशन के लिए चुना है उनमें अम्बेडकर नगर डिपो, जल विहार टर्मिनल, दिलशाद गार्डन टर्मिनल, करावल नगर टर्मिनल, शादीपुर डिपो, मायापुरी डिपो, बिंदपुर टर्मिनल, पूर्वी विनोद नगर, पंजाबी बाग और रोहिणी डिपो- I शामिल हैं। दिल्ली ट्रांस्को लिमिटिड ने इन जगहों पर चार्जिंग/बैटरी स्वैपिंग के लिए स्टेशन बनाने हेतु चार सर्विस प्रोवाइडर्स की पहचान की है। इंटरस्टेट के लिए सरकार ने 75 बसें चलाने की घोषणा की है जिनमें 38 बसें नॉन एसी होंगी और 37 बसें एसी होंगीं।
ये बसें 11 रूटों पर चलेगीं जिनमें उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब राज्य (चंडीगढ़ सहित) शामिल होंगे। रूट्स में दिल्ली-ऋषिकेश, दिल्ली-हरिद्वार, दिल्ली-देहरादून, दिल्ली-हल्द्वानी, दिल्ली-आगरा, दिल्ली-बरेली, दिल्ली-लखनऊ, दिल्ली-जयपुर, दिल्ली-चंडीगढ़, दिल्ली-पानीपत, और दिल्ली-पटियाला शामिल हैं।