चीन के पैसेंजर प्लेन C919 के वैरिफिकेशन में फेल होने की खबर है। C919 चीन के एयरक्राफ्ट्स में नया एडिशन है जिसे चीन के कमर्शिअल एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन (COMAC) ने तैयार किया है। एयरक्राफ्ट ने 2017 में अपनी पहली सफल उड़ान भरी थी। उसके बाद इसे सितंबर 2022 में चीन की एविएशन अथॉरिटी से उड़ान भरने के लिए सर्टिफिकेट मिला था।
C919 की 2017 के बाद से टेस्टिंग चली आ रही थी। सितंबर 2022 में सर्टिफिकेट मिलने के बाद इसे दो और प्रमाण पत्रों की आवश्यकता थी जिसके बाद से यह कमर्शिअल उड़ानें भरने के लिए तैयार हो जाता, लेकिन अब खबर है कि वैरिफिकेशन में
एयरक्रफाफ्ट फेल हो गया है। C919 को पूरी तरह से कमर्शिअल एयरस्पेस में एंट्री के लिए कई तरह के टेस्ट से गुजारा गया जिसमें हाई टेम्परेचर, हाई ह्यूमिडिटी, हाई कोल्ड, तूफान जैसी परिस्थितियों में किए गए टेस्ट शामिल रहे। यहां तक कि इसके लिए देश को 900 के लगभग ऑर्डर भी मिल चुके थे। लेकिन प्लेन को 100 घंटे का वैरिफिकेशन टेस्ट भी पास करना था जिसमें यह फेल हो गया है, जैसा कि पांडेली की
रिपोर्ट में कहा गया है।
रिपोर्ट कहती है कि C919 को 100 घंटे के वैरिफिकेशन टेस्ट के लिए 1 फरवरी को शंघाई से बीजिंग की उड़ान भरनी थी और फिर हेफई जाना था। लेकिन प्लेन अपने तय समय के अनुसार हेफई नहीं पहुंच सका और बीच यात्रा में से ही शंघाई लौट गया, क्योंकि इसके बाएं हिस्से में कुछ समस्या आ गई थी। लेकिन 1 फरवरी के फ्लाइट टेस्ट में फेल होने के बाद भी इसने 4 फरवरी को ऊरूमकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक एक सफल उड़ान भरी। यह प्लेन की सबसे पहली लम्बी दूरी के लिए प्रदर्शन करने वाली फ्लाइट थी जिसे केबिन कम्फर्ट को टेस्ट करने के लिए उड़ाया गया था।
C919 को पहला नैरो बॉडी पैसेंजर जेट कहा जाता है जो चीन ने तैयार किया है। यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानकों पर खरा उतरता है और Boeing के 737 व Airbus के A320 जैसे एयरक्राफ्ट्स को टक्कर देने के लिए बनाया गया है। C919 में 158 से लेकर 192 तक सीट्स दी गई हैं और इसकी रेंज 4.075 किलोमीटर से लेकर 5,555 किलोमीटर तक बताई गई है। प्लेन को चीन के ईस्टर्न एयरलाइन्स को बेचा गया है और इसकी फ्लाइट्स साल की पहली तिमाही के अंत या दूसरी तिमाही की शुरुआत में चालू होने की बात कही गई है।