केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 12वीं कक्षा के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। एक पहले की तरह रिज़ल्ट CBSE की वेबसाइट पर ज़ारी किए गए। बता दें कि सीबीएसई की ओर से 2017 की 12वीं कक्षा के नतीजे घोषित करने में करीब एक हफ्ते की देरी हुई। ऐसे में विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के लिए इंतज़ार की घड़ी लंबी हुई। CBSE Class 12 के रिज़ल्ट की बात करें तो, आधिकारिक वेबसाइट सीबीएसईडॉटनिकडॉटइन पर भारी ट्रैफिक देखने को मिल रहा है।
12वीं के रिज़ल्ट की घोषणा 28 मई, रविवार को हुई। अगर आप CBSE Class 12 2017 के रिज़ल्ट ऑनलाइन जांचना चाहते हैं तो आपके पास कुछ विकल्प हैं:
- पहले की तरह नतीजे इन वेबसाइट www.results.nic.in, www.cbseresults.nic.in और www.cbse.nic.in पर ज़ारी किए गए हहैं।
- सीबीएसई डिजिलॉकर के ज़रिए 12वीं क्लास के डिजिटल मार्क शीट उपलब्ध कराएगी। डिजिलॉकर अकाउंट का ब्योरा विद्यार्थियों को उस मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा जो सीबीएसई के साथ रजिस्टर है।
- सीबीएसई क्लास 12 के नतीजे आईवीआर के ज़रिए भी उपलब्ध होंगे। आप चाहें तो 011-24300699 या 011-28127030 पर कॉल करके अपना रिज़ल्ट जान सकते हैं। आईवीआर नंबर पर कॉल करने के बाद आपको बताए जा रहे निर्देशों का पालन करना होगा।
- सीबीएसई क्लास 12 के नतीज़ों को हर स्कूल को ईमेल भी करती है। स्कूल में वहां के छात्रों के मार्क्स भेजे जाते हैं। आप चाहें तो अपने स्कूल जाकर भी क्लास 12 के नतीजों के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
इस साल 12वीं कक्षा की सीबीएसई परीक्षा में 10.98 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया है। अगर आप एक बार में नतीजे देखने में सफल नहीं हो पाते हैं तो आप उस पेज को बार-बार रिफ्रेश करते रहें। इसके अलावा सीबीएसई रोल नंबर और स्कूल कोड अपने साथ रखें, इनकी ज़रूरत पडे़गी।
सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा की एमिटी स्कूल की छात्रा रक्षा गोपाल ने टॉप लिया है। चंडीगढ़ की भूमि सावंत डे दूसरे स्थान पर रही हैं। चंडीगढ़ के भवन विद्यालय के आदित्य जैन और मन्नत लूथरा 99.2 फीसदी अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। बोर्ड ने कहा कि 2017 में उत्तीर्ण होने का प्रतिशत 82 फीसदी हो गया है, जबकि पिछले साल यह 83.05 फीसदी था। इस साल 8,37,229 छात्र उत्तीर्ण होने में सफल रहे।
सीबीएसई ने 25 अप्रैल को मॉडरेशन नीति को हटाने का प्रस्ताव दिया था, इससे इस साल नतीजों में देरी हुई है। हालांकि, दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस प्रस्ताव को यह कहते हुए रोक दिया कि खेल के नियम अंतिम समय में नहीं बदले जा सकते। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में भी देरी हुई थी। और परीक्षा एक मार्च की जगह 9 मार्च से शुरू हुई थी।