दक्षिण अफ्रीका में एक क्रिप्टोकरेंसी निवेश फर्म, Africrypt अभी ग्लोबल जांच के दायरे में हैं, क्योंकि कंपनी से 3.6 बिलियन डॉलर (लगभग 26,700 करोड़ रुपये) कीमत के बिटकॉइन (Bitcoin) गायब हो गए हैं। इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि फर्म चलाने वाले दो भाइयों - CEO Raees Cajee और COO Ameer Cajee का कोई अता-पता नहीं है। यह सब दो महीने पहले शुरू हुआ, जब दोनों भाइओं ने दावा किया था कि फर्म को हैक कर लिया गया था, जिसके चलते उन्हें संचालन बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
तब दोनों भाइयों ने क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों से मामले के बारे में पुलिस को सूचना देने से मना भी किया था और यह भी कहा था कि यदि कोई ऐसा करता है, तो कंपनी के वॉलेट से 3.6 बिलियन कीमत की डिजिटल करेंसी खतरे में पड़ सकती है। कंपनी की वेबसाइट भी चालू नहीं है।
Bloomberg की एक
रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों भाइयों के कॉल वॉयस मेल पर फॉवर्ड हो रहे हैं। लगभग 20 लोगों के एक ग्रुप ने एक कानूनी फर्म को काम पर रखा है और दक्षिण अफ्रीका में अदालतों ने उस कंपनी के अस्थायी परिसमापन (Liquidation) का आदेश दिया है। यह कंपनी दो साल पहले शुरू हुई थी और शुरुआत में इसने निवेशकों को भारी रिटर्न भी दिया था।
The Register की
रिपोर्ट के अनुसार, 21 वर्षीय रईस और 17 वर्षीय अमीर का अता-पता नहीं है, लेकिन उनके पास इस आदेश के खिलाफ अपील करने के लिए जुलाई तक का समय है। दोनों भाइओं की ओर से निवेशकों को आखिरी बार 13 अप्रैल को संपर्क किया गया था। उन्होंने कहा कि वे नहीं जानते कि "अटैक" में ग्राहक की जानकारी से समझौता किया गया था या नहीं। हालांकि, उन्होंने वादा किया था कि यदि वे "चोरी किए गए फंड या समझौता की गई जानकारी" को वापस हासिल करने में सक्षम रहे, तो वे सभी निवेशकों को सूचित करेंगे।
इस बीच, इन दोनों की चचेरी बहन और Africrypt में एक पूर्व साथी निदेशक जकीरा लाहेर (Zakira Laher) को मीडिया और पुलिस से लेकर निवेशकों तक की फोन कॉल की बाढ़ से जूझना पड़ रहा है। Business Insider के
अनुसार, उनका कहना है कि वह नहीं जानते हैं कि दोनों भाई कहां है और उन्हें अपने परिवार की सुरक्षा का डर है।