भारत में उबर के ड्राइवर-पार्टनरों ने पिछले 10 वर्षों में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। उबर भारत में सबसे लोकप्रिय राइड-शेयरिंग ऐप में से एक है। कंपनी के भारत में 100 मिलियन से अधिक यूजर्स हैं और यह 125 से अधिक शहरों में ऑपरेट करती है। कंपनी ने हाल ही में यह दावा भी किया है कि Uber का पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। कंपनी का कहना है कि उसकी राइड-शेयरिंग सेवा ने सड़क पर कारों की संख्या कम करने में मदद की है, जिससे उत्सर्जन कम हुआ है।
Uber ने हाल ही में कई अहम आंकड़ें
जारी किए, जिससे पता चलता है कि Uber ड्राइवरों ने भारत में पिछले 10 वर्षों में 50,000 करोड़ रुपये की कमाई की। इसके अलावा, ड्राइवरों ने इतने समय में 3,300 करोड़ किलोमीटर की दूरी तय की, जो पृथ्वी से चांद की दूरी का 86,000 गुना होता है।
इतना ही नहीं, Uber के अनुसार, Uber में इन 10 वर्षों में 300 करोड़ से ज्यादा ट्रिप्स बुक हुईं और 30 लाख से ज्यादा ड्राइवरों ने इस प्लेटफॉर्म से जुड़कर कमाई की।
कंपनी ने आगे बताया कि 72 प्रतिशत लोगों का मानना है कि राइड-शेयरिंग विकल्पों की उपलब्धता ने उन्हें अपने निजी वाहन खरीदने पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित किया है। 30 प्रतिशत से अधिक लोगों ने कहा कि ऊबर द्वारा दी जाने वाली मल्टीपल मोड से जुड़ी गतिशीलता ही सबसे पसंदीदा पहलू है। वहीं, 79 प्रतिशत लोगों ने यह भी कहा है कि वे पूरी तरह से या अक्सर अपने नाइटलाइफ प्लान्स के लिए Uber पर निर्भर रहते हैं।
उबर ने भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों पर 4 करोड़ किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की है। यह कंपनी की 2040 तक शून्य उत्सर्जन प्लेटफॉर्म बनने की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
भारत में उबर का ऑपरेशन एक आसान रूपरेखा पर काम करता है, जहां रजिस्टर्ड ड्राइवर अपने ऐप के जरिए यात्रियों के साथ जोड़े जाते हैं। वे अपने सफर के लिए राइडर्स द्वारा भुगतान किए गए किराए के एक हिस्से के रूप में कमाते हैं।