बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (BGMI) की डिवेलपर क्राफ्टन अपने लेटेस्ट "गेमिंग रिस्पॉन्सिबली" कैंपेन में पैरंटल कंट्रोल्स को हाइलाइट कर रही है। इसमें वर्चुअल वर्ल्ड वॉर्निंग मेसेज, 18 साल से कम उम्र के सभी प्लेयर्स के लिए ओटीपी ऑथेन्टिकेशन, बेहतर गेम-लाइफ बैलेंस के लिए ब्रेक रिमाइंडर, गेमप्ले लिमिट्स और प्लेयर्स की रोजाना खर्च की लिमिट शामिल हैं, ताकि ओवरस्पीडिंग को रोका जा सके। BGMI का कहना है कि हेल्दी और जिम्मेदार गेमिंग कल्चर को डिवेलप करने के लिए इन-गेम ग्राफिक्स को भी संवेदनशील बनाया है। हिंसा, खूनखराबे को कम किया है और लैंग्वेज को कंट्रोल में रखने वाले पैरामीटर सेट किए हैं।
गेमर्स अपनी और अपनी टीम के साथियों की मेंटल हेल्थ की देखभाल करने का संकल्प लें, उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए क्राफ्टन एक सीरीज भी रिलीज करेगी। YouTube पर एक वीडियो पहले ही
जारी किया जा चुका है, जो BGMI में पैरंटल कंट्रोल को हाईलाइट करता है। गेम रिस्पॉन्सिबली ड्राइव के तहत BGMI कम उम्र से जुड़े प्रतिबंधों को सामने लाना चाहता है जैसे-ओटीपी, ताकि BGMI खेलने के लिए पैरंट्स की सहमति मिल सके। क्राफ्टन, गेम की लत के खिलाफ भी अपने कदम दिखाना चाहती है। इसके लिए खेलने की टाइमिंग में कैपिंग, खर्च को लिमिट करना जैसे उपाय पेश किए गए हैं।
गेम शुरू होने से ठीक पहले BGMI एक चेतावनी दिखाता है कि प्लेयर उस वर्चुअल वर्ल्ड के बारे में अवेयर हैं, जिसमें वो दाखिल हो रहे हैं। एक ऑडियो भी गेमिंग के दौरान प्लेयर्स को यह बताता रहता है कि वो वर्चुअल वर्ल्ड में हैं, ना कि हकीकत की दुनिया में। 18 साल से कम के प्लेयर को पहली बार खेलने से पहले पैरंट्स या गार्जियन को रजिस्टर करने की जरूरत होती है।
BGMI का यह भी दावा है कि वह गेम-लाइफ बैलेंस बनाए रखने के लिए प्लेयर को ब्रेक टाइम रिमाइंडर देती है। साथ ही 18 साल से कम उम्र के प्लेयर्स को रोजाना तीन घंटे से अधिक गेम खेलने की इजाजत नहीं है। इन-गेम में डेली खर्च की लिमिट नाबालिगों के लिए 7000 तय की गई है, जो ऑटोमैटिकली उन्हें ओवरस्पेंडिंग और ओवर-गेमिंग से रोकती है।