अमेरिकी सरकार की GSA Auctions फिलहाल ऑनलाइन बिटकॉ़इन ऑक्शन को होस्ट कर रही है। इसे "फॉल फॉर क्रिप्टोकरेंसी" का नाम दिया गया है। इस इवेंट में फेडरेल अमेरिकी सरकार बिटकॉइन के मौजूदा ट्रेडिंग प्राइस 63,925 डॉलर (लगभग 48 लाख रुपये) के हिसाब से 300,000 डॉलर से अधिक की राशि के 4.94 बिटकॉइन टोकनों की नीलामी कर रही है। GSA Auctions अमेरिका के General Service Administration (GSA) की एक सर्विस है जो संघ में रखे गए सरप्लस एसेट्स को निपटाने के लिए जिम्मेदार है। यह ऑनलाइन नीलामी मंगलवार 26 सितंबर से शुरू हुई है और गुरुवार 28 अक्टूबर को समाप्त होगी।
GSA Auctions ने इस इवेंट की डीटेल्स अपने क्षेत्रीय ट्विटर हैंडलों पर भी पोस्ट की हुई हैं। GSA आमतौर पर
बिटकॉइन टोकन को रियायती कीमतों पर बेचता है। उदाहरण के लिए अप्रैल में इसने 520,000 डॉलर (लगभग 4 करोड़ रुपये) कीमत के लगभग 10 बिटकॉइन टोकन बेचे जो उस समय 6 प्रतिशत कम कीमत पर थे। Bitcoin Magazine की एक
रिपोर्ट के अनुसार यह राशि उस समय 487,000 डॉलर (लगभग 3.6 करोड़ रुपये) थी।
हालांकि, इस लेटेस्ट इवेंट के बारे में आई इस खबर ने अमेरिका में बिटकॉइन फैन्स के बीच प्राइवेसी को लेकर चिंता बढ़ा दी है जिनमें से कुछ ने Twitter पर भी इसके बारे में जिक्र किया है। Bitcoin Magazine की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मामूली डिस्काउंट के लिए खरीदार अमेरिका सरकार के Know-Your-Customer (KYC) प्रोटोकॉल के तहत अपने पर्सनल डीटेल्स को ट्रेड कर रहे हैं। इन सबके बावजूद इन बिटकॉइन टोकनों की नीलामी अमेरिका और दुनिया के कई अन्य हिस्सों में क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते क्रेज के बीच की जाएगी।
उदाहरण के लिए, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार एंड्रयू यांग ने हाल ही में देश में
क्रिप्टोकरेंसी रेगुलेशन के लिए एक नई राजनीतिक पहल शुरू की। पिछले हफ्ते, अमेरिकी रिटेल दिग्गज वॉलमार्ट ने अमेरिका में स्थित अपनी सिलेक्टेड स्टोर ब्रांचों में 200 Bitcoin ATM लगाने की घोषणा की। अभी के लिए, भारत और पाकिस्तान सहित अन्य देशों की तरह, अमेरिका के पास भी डीसेंट्रेलाइज्ड क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने और उससे फायदा उठाने के लिए एक मजबूत फाउंडेशन की कमी है। इसी बीच क्रिप्टो मार्केट विश्व भर में तेजी से विस्तार कर रही है।
क्रिप्टोकरेंसी ट्रैकर CoinMarketCap के अनुसार इस महीने सभी क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 2.5 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 1,87,42,625 करोड़ रुपये) के एक माइलस्टोन को पार कर गया।