Nelson Mandela के ओरिजिनल अरेस्ट वॉरंट के  NFT को नीलामी में मिले 1,30,000 डॉलर

मंडेला की गिरफ्तारी से जुड़ा 1961 का यह ओरिजिनल डॉक्यूमेंट इंग्लिश और अफ्रीकान्स दोनों भाषा में हाथ से लिखा गया था

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शॉमिक सेन भट्टाचार्जी, अपडेटेड: 28 मार्च 2022 17:35 IST
ख़ास बातें
  • इस नीलामी से मिलने वाली रकम एक हेरिटेज साइट को दी जाएगी
  • NFT के बायर को म्यूजियम में ओरिजिनल डॉक्यूमेंट का एक्सेस भी मिलेगा
  • NFT का कारोबार बढ़ने के साथ ही इनसे जुड़े स्कैम में भी तेजी आई है

हाल के महीनों में NFT की लोकप्रियता बढ़ी है

नोबेल पुरस्कार विजेता और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के ओरिजिनल अरेस्ट वॉरंट के नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) को नीलामी में 1,30,000 डॉलर मिले हैं। इस नीलामी से मिलने वाली रकम एक हेरिटेज साइट को दी जाएगी जो लोकतंत्र के लिए दक्षिण अफ्रीका के संघर्ष का रिकॉर्ड रखती है। 

मंडेला से जुड़े NFT को बेचने वाले मार्केटप्लेस Momint के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर Posthumus ने बताया कि यह रकम Liliesleaf म्यूजियम हेरिटेज साइट को दी जाएगी जिसे 2004 में डोनेशन के तौर पर ओरिजिनल अरेस्ट वॉरंट मिला था। उन्होंने Bloomberg को दिए इंटरव्यू में बताया कि NFT के बायर को म्यूजियम में ओरिजिनल डॉक्यूमेंट का एक्सक्लूसिव एक्सेस भी मिलेगा। उनका कहना था कि इस नीलामी से म्यूजियम साइट्स को अपना कामकाज जारी रखने में मदद मिलेगी क्योंकि महामारी के कारण पर्यटन की कमी से से इन साइट्स पर बड़ा असर पड़ा है। 

Liliesleaf Farm म्यूजियम के फाउंडर Nicholas Wolpe ने कहा कि यह इनकम हासिल करने का एक अनूठा तरीका है। 1961 का यह ओरिजिनल डॉक्यूमेंट इंग्लिश और अफ्रीकान्स दोनों भाषा में हाथ से लिखा गया था। दक्षिण अफ्रीका के जोहनसबर्ग शहर के बाहरी इलाके में मौजूद Liliesleaf Farm का इस्तेमाल अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस के सीक्रेट हेडक्वार्टर के तौर पर 1961 से शुरू हुआ था। इसी जगह पर मंडेला और उनकी पार्टी के नेता अथॉरिटीज से छिपकर रहते थे। पुलिस ने 1963 में छापा मारकर कुछ कार्यकर्ताओं को इस जगह से गिरफ्तार किया था। 

दक्षिण अफ्रीका के स्वतंत्रता सेनानी Oliver Tambo की एक छोटी गन को पिछले वर्ष NFT के तौर पर नीलाम किया गया था। इससे मिली रकम भी Liliesleaf म्यूजियम को दी गई थी। हाल के महीनों में NFT की लोकप्रियता बढ़ी है। स्पोर्ट्स क्लब, ऑटोमोबाइल कंपनियां और पॉप स्टार्स भी इस कारोबार में उतर रहे हैं। NFT में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से यूनीक आइटम्स के टोकन्स को ऑथेंटिकेट किया जाता है जो दोबारा प्रोड्यूस किए जा सकने वाले डिजिटल एसेट्स से जुड़े होते हैं। इनमें आर्ट, म्यूजिक, इन-गेम आइटम्स और वीडियो शामिल हो सकते हैं। इनकी ऑनलाइन ट्रेडिंग की जा सकती है लेकिन इन्हें डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता। NFT का कारोबार बढ़ने के साथ ही इनसे जुड़े स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है। ऐसे कुछ मामलों में NFT खरीदने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। 
 
 

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ये भी पढ़े: Crypto, South Africa, Nelson Mandela, NFT, Fund, Auction, museum
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