साल 2021 में क्रिप्टोकरेंसी का दुनियाभर में जबरदस्त विस्तार देखा गया, लेकिन साथ ही क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े अपराधों के कई मामले भी सामने आए, जिन्होंने इस मार्केट की आलोचनाओं को न्योता दिया। अब, एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि क्रिप्टोकरेंसी का आपराधिक उपयोग अब धीरे-धीरे कम हो जाएगा, क्योंकि इसे समय के साथ कई देशों में अपनाया जा रहा है और सरकारें ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को मजबूत बनाने की कोशिश कर रही है। ब्लॉकचेन वो टेक्नोलॉजी है, जिसपर क्रिप्टोकरेंसी आधारित है। Chainalysis ने अपने अध्ययन में पाया कि क्रिप्टोकरेंसी के वैध इस्तेमाल में बढ़ोतरी इसके आपराधिक इस्तेमाल से काफी ज्यादा है।
2021 में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े सबसे ज्यादा अपराध हुए, जिसमें पूरे एक साल में अवैध एड्रेस के जरिए 14 अरब डॉलर (लगभग 103,768 करोड़ रुपये) प्राप्त हुए। ये आंकड़ा 2020 में $7.8 अरब डॉलर (लगभग 57,813 करोड़ रुपये) से काफी अधिक है।
रिपोर्ट कहती है कि “Chainalysis द्वारा ट्रैक की गई सभी क्रिप्टोकरेंसी में कुल लेनदेन की मात्रा 2021 में बढ़कर 15.8 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 11,71,09,600 करोड़ रुपये) हो गई, जो 2020 के कुल लेनदेन से 567 प्रतिशत ज्यादा है। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि साइबरक्रिमिनल अब क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन यह भी तथ्य कि बढ़ोतरी से ज्यादा प्रतिशत में इसे अपनाया जा रहा है।"
अवैध एड्रेस वाले लेनदेन की मात्रा 2021 में हुए कुल क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन की मात्रा का सिर्फ 0.15 प्रतिशत है। क्योंकि क्रिप्टो लेनदेन डीसेंट्रलाइज्ड और ट्रेस होने योग्य नहीं हैं, इसलिए दुनिया भर के कई सरकारी डिपार्टमेंट्स ने क्रिप्टो एसेट के गैरकानूनी इस्तेमाल को लेकर चिंता जताई है। मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर टेरर फाइनेंसिंग तक, क्रिप्टो सेक्टर के संभावित दुरुपयोग ने इसके वैध होने के रास्ते में रोड़ा खड़ा किया है।
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि कानून से जुड़ी एजेंसियों ने अपराधियों द्वारा क्रिप्टोकरेंसी के शोषण को रोकने के प्रयासों को तेज कर दिया है।