पिछले कुछ दिनों में क्रिप्टो मार्केट में कम ट्रेडिंग वॉल्यूम की स्थिति में मंगलवार को सुधार हुआ। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin के प्राइस में Binance जैसे इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर लगभग 2.20 प्रतिशत की तेजी के साथ शुरुआत हुई।
Gadgets 360 के क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार भारतीय एक्सचेंजों पर
बिटकॉइन का प्राइस 1.96 प्रतिशत बढ़कर लगभग 19,554 डॉलर पर था। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर यह 19,596 डॉलर के साथ कारोबार कर रहा था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर बिटकॉइन का प्राइस 20,000 डॉलर से अधिक होता है तो अधिकतर क्रिप्टोकरेंसीज में बढ़ोतरी हो सकती है। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether के प्राइस में बिटकॉइन से अधिक तेजी रही। इसका प्राइस लगभग 1,322 डॉलर पर था। Ethereum ब्लॉकचेन के एनर्जी एफिशिएंट अपग्रेड Merge के लॉन्च का Ether को फायदा मिल रहा है।
इस अपग्रेड से ट्रांजैक्शंस में तेजी आने और एनर्जी की खपत बहुत कम होने की संभावना है। इस
अपग्रेड में Ethereum के डिवेलपर्स इसके माइनिंग प्रोटोकॉल की प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) सिस्टम से प्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) पर दोबारा कोडिंग कर रहे हैं। इससे Ethereum की एनर्जी की खपत बहुत कम होने की संभावना है। इस ब्लॉकचेन पर 100 अरब डॉलर से अधिक के डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) ऐप्स को सपोर्ट मिलता है और इस वजह से अपग्रेड को लेकर सतर्कता बरती गई है। अपग्रेड से stETH कहे जाने वाले क्रिप्टो डेरिवेटिव टोकन के इनवेस्टर्स को भी राहत मिल सकती है।
इसके अलावा Tether, Binance USD और Ripple जैसे स्टेबलकॉइन्स और Binance Coin, Cardano, Solana और Polygon जैसे बहुत से ऑल्टकॉइन्स के प्राइसेज भी चढ़े हैं। मीम कॉइन्स Dogecoin और Shiba Inu में भी बढ़त हुई है। हालांकि, Tron, Stellar, Bitcoin SV और Terra कुछ गिरावट वाले ऑल्टकॉइन्स थे। क्रिप्टो का ग्लोबल मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 1.75 प्रतिशत बढ़कर लगभग 944 अरब डॉलर का हो गया। पिछले वर्ष नवंबर में बिटकॉइन ने 67,000 डॉलर से अधिक का हाई बनाया था। इसके बाद से इसमें काफी गिरावट आई है। इसका प्राइस गिरने से इनवेस्टर्स के साथ ही इस सेगमेंट से जुड़ी फर्मों को भी बड़ा नुकसान हुआ है। बहुत से देशों में रेगुलेटर्स ने भी क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर इनवेस्टर्स को चेतावनी दी है। इससे भी मार्केट पर प्रेशर बढ़ा है। कुछ क्रिप्टो फर्मों के डिफॉल्ट करने से इस मार्केट को लेकर आशंकाएं भी बढ़ी हैं।