मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में बुधवार को दो प्रतिशत से अधिक की तेजी थी। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर इसका प्राइस लगभग 59,304 डॉलर पर था। भारतीय एक्सचेंजों पर बिटकॉइन 57,906 डॉलर से 63,577 डॉलर की रेंज में था। पिछले कुछ सप्ताह से मैक्रो इकोनॉमिक कारणों से क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी है।
Ether का प्राइस 1.06 प्रतिशत बढ़ा है। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर यह लगभग 3,115 डॉलर पर था। भारतीय एक्सचेंजों पर इसका प्राइस लगभग 3,312 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Avalanche, Cardano, Polkadot और Near Protocol में प्रॉफिट था।
क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 2.73 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.17 लाख करोड़ डॉलर का था।
क्रिप्टो एक्सचेंज BuyUcoin के CEO, Shivam Thakral ने Gadgets360 को बताया, "क्रिप्टो मार्केट में रिकवरी के शुरुआती संकेत दिख रहे हैं। जर्मनी की सरकार की ओर से बड़ी संख्या में बिटकॉइन की बिकवाली से प्रेशर बढ़ा है। आगामी सप्ताहों में मार्केट में वोलैटिलिटी जारी रह सकती है। अगर बिटकॉइन कम से कम दो सप्ताह तक 60,000 डॉलर से ऊपर रहता है तो इसमें तेजी आ सकती है।" बोलिविया ने लगभग एक दशक पहले
Bitcoin पर लगाए गए बैन को हटा दिया है। इसका उद्देश्य देश की इकोनॉमी को संतुलित बनाना और पेमेंट सिस्टम्स को मॉडर्नाइज करना है।
लैटिन अमेरिका में बोलिविया क्रिप्टो के पक्ष में कदम उठाने वाला पहला देश बन गया है। हालांकि, इसके सेंट्रल बैंक ने बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसीज को वैध करेंसी का दर्जा नहीं दिया है। बोलिविया के सेंट्रल बैंक ने बैंकों को क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस की अनुमति भी दी है। Banco Central de Bolilvia ने बताया कि वह बिटकॉइन पेमेंट्स सहित क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट्स पर लगाए गए बैन को वापस ले रहा है। इस देश में 2029 तक कर्ज 21 अरब डॉलर से अधिक बढ़ने का अनुमान है। Banco Central de Bolilvia ने बैंकों को स्वीकृति इलेक्ट्रॉनिक चैनल्स का इस्तेमाल करने और क्रिप्टो पेमेंट्स की सुविधा उपलब्ध कराने की अनुमति दी है। हालांकि, बोलिविया में बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसीज को वैध करेंसी के तौर पर मान्यता नहीं मिली है। क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस की अनुमति देने से इसे रेमिटेंस के जरिए अधिक रकम मिल सकती है क्योंकि विदेश से इन ट्रांजैक्शंस में देरी नहीं होती और आमतौर पर इन पर कोई चार्ज नहीं वसूला जाता।