मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin और बाकी क्रिप्टो मार्केट में मंगलवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग से पहले तेजी रही। ग्लोबल एक्सचेंजों पर बिटकॉइन का प्राइस पिछले एक दिन में बढ़कर 19,300 डॉलर से कुछ अधिक था। CoinSwitch और CoinDCX जैसे भारतीय एक्सचेंजों पर यह 0.80 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 21,084 पर था।
CoinMarketCap, Binance और CoinMarketCap जैसे ग्लोबल एक्सचेंजों पर बिटकॉइन लगभग 19,353 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। Ether के प्राइस में भी 'Merge' अपग्रेड के बाद से बढ़ोतरी हो रही है। पिछले एक दिन में यह लगभग 4 प्रतिशत की तेजी के साथ ग्लोबल एक्सचेंजों पर लगभग 1,350 डॉलर पर था। भारतीय एक्सचेंजों पर इसका प्राइस 3.18 प्रतिशत बढ़कर 1,493 डॉलर का था। इस
अपग्रेड में Ethereum के डिवेलपर्स ने इसके माइनिंग प्रोटोकॉल की प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) सिस्टम से प्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) पर दोबारा कोडिंग की है। इससे Ethereum की एनर्जी की खपत बहुत कम होने की संभावना है। इस ब्लॉकचेन पर 100 अरब डॉलर से अधिक के डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) ऐप्स को सपोर्ट मिलता है और इस वजह से अपग्रेड को लेकर सतर्कता बरती गई है। अपग्रेड से stETH कहे जाने वाले क्रिप्टो डेरिवेटिव टोकन के इनवेस्टर्स को भी राहत मिल सकती है।
Gadgets 360 के क्रिप्टोकरेंसी प्राइस
ट्रैकर से पता चलता है कि पिछले एक दिन में अधिकतर क्रिप्टोकरेंसीज में बढ़ोतरी हुई है। क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन भी लगभग 2.56 प्रतिशत बढ़ा है। Solana, Cardano, Polygon, TRON, Monero, Avalanche, Chainlink और BNB के प्राइसेज पिछले एक दिन में बढ़े हैं। मीमकॉइन Shiba Inu और Dogecoin में भी तेजी आई है। मजाक के तौर पर शुरू किया गया Dogecoin लगभग 2.44 प्रतिशत की तेजी के साथ लगभग 0.05 डॉलर और Shiba Inu का प्राइस 1.33 प्रतिशत बढ़कर 0.000011 डॉलर पर था।
CoinDCX की रिसर्च टीम ने Gadgets 360 को बताया, "बिटकॉइन की ट्रेडिंग वॉल्यूम में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसका कारण माइक्रो इकोनॉमिक स्थितियों को लेकर नेगेटिव सेंटीमेंट से वोलैटिलिटी का बढ़ना है।" कुछ अच्छे संकेत मिलने पर बिटकॉइन के प्राइस में तेजी आ सकती है। बिटकॉइन ने पिछले वर्ष नवंबर में 67,000 डॉलर से अधिक का हाई छुआ था। इसके बाद से स्लोडाउन और कुछ अन्य कारणों से इसके प्राइस में काफी गिरावट आई है।