मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में बुधवार को लगभग 2.71 प्रतिशत की गिरावट थी। इसके बावजूद बिटकॉइन ने 42,000 डॉलर से अधिक का लेवल बरकरार रखा है। इसका प्राइस लगभग 42,218 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। यह लगातार तीसरे दिन 42,000 डॉलर के अधिक पर था। हालांकि, पिछले तीन दिनों में बिटकॉइन का प्राइस 688 डॉलर घटा है। इसके लिए महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस लेवल 44,500 डॉलर और सपोर्ट लेवल 42,500 डॉलर का है।
बड़ी क्रिप्टोकरेंसीज में शामिल
Ether का प्राइस लगभग 0.75 प्रतिशत घटकर लगभग 2,220 डॉलर पर था। इसके लिए अगले रेजिस्टेंस लेवल 2,380 डॉलर और सपोर्ट लेवल 2,250 डॉलर का है। इसके अलावा गिरावट वाली क्रिप्टोकरेंसीज में Ripple, Cardano, Polkadot और Tron शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 0.27 प्रतिशत कम होकर लगभग 1.65 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के वाइस प्रेसिडेंट, Rajagopal Menon ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन के प्राइस में गिरावट का कारण ट्रेडर्स का फंडिंग रेट्स में बढ़ोतरी के बीच अपनी पोजिशंस को लिक्विडेट करना है। इससे मार्केट में सेंटीमेंट कुछ कमजोर हुआ है। अमेरिका में
बिटकॉइन ETF को लेकर सिक्योरिटीज रेगुलेटर SEC के फैसले से पहले ट्रेडिंग वॉल्यूम में बढ़ोतरी हुई है।"
बिटकॉइन ETF को स्वीकृति मिलने पर इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी में क्रिप्टो एक्सचेंजों के अलावा सामान्य मार्केट एक्सचेंजों के जरिए भी इनवेस्टमेंट किया जा सकेगा। पिछले महीने के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक Binance को अमेरिका में एंटी मनी लॉन्ड्रिंग कानून के उल्लंघन का दोषी पाया गया था। इस वजह से Binance पर 4.3 अरब डॉलर (लगभग 35,827 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया गया था। इसके चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, Changpeng Zhao ने इस्तीफा देने की घोषणा की थी। इससे क्रिप्टो मार्केट को बड़ा झटका लगा था। पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टो से जुड़े स्कैम के मामले बढ़े हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। कुछ देशों में इस सेगमेंट के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं। इससे इस मार्केट पर इनवेस्टर्स का विश्वास मजबूत हो सकता है और मार्केट में मजबूती आ सकती है।