बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमत बीते सप्ताह 20,000 डॉलर (लगभग 15 लाख रुपये) तक गिर गई थी। इसके बाद से दुनिया की इस सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी को छोटे नुकसान हो रहे हैं। गुरुवार को BTC की ट्रेडिंग एक फीसदी से कम की गिरावट के साथ शुरू हुई। इंडियन एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर के अनुसार, फिलहाल बिटकॉइन 21,452 डॉलर (लगभग 16 लाख रुपये) पर कारोबार कर रहा है। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर भी इसे छोटे नुकसान का सामना करना पड़ा है। Binance और Coinbase के अनुसार बिटकॉइन का मूल्य 0.46 फीसदी गिरकर 20,199 डॉलर (लगभग 15.80 लाख रुपये) पर आ गया है।
बाजार में चल रहे उतार-चढ़ाव के बीच गैजेट्स 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर पर ईथर (Ether) की वैल्यू में 0.99 फीसदी की कमी देखी गई है। यह वर्तमान 1,143 डॉलर (लगभग 89,500 रुपये) पर कारोबार कर रहा है।
दुनिया की टॉप दो क्रिप्टोकरेंसीज ने ट्रेडिंग में नुकसान दर्ज किया है, जबकि ज्यादातर altcoins ने क्रिप्टो प्राइस चार्ट पर मुनाफा दर्ज करके चौंकाया है। यह संकेत दे सकता है कि
BTC और
ETH के उलट सस्ते altcoins में पूंजी का प्रवाह दिखाई दे रहा है। Tether, USD Coin और Binance USD जैसे सिक्कों को भी थोड़ा फायदा हुआ है। मीम कॉइंस के तौर पर चर्चित डॉजकॉइन (DOGE) और शीबा इनु (SHIB) ने भी मुनाफा दर्ज कर चार्ट में खुद को ग्रीन बना लिया है।
हालांकि Bitcoin Cash, Monero, Elrond और Bitcoin SV ने घाटा दर्ज कर खुद को बिटकॉइन और ईथर के साथ खड़ा किया है। कुल मिलाकर, छोटे altcoins ने अच्छे संकेत दिखाना शुरू कर दिया है, जबकि महंगी क्रिप्टोकरेंसी निवेश ऑप्शन के रूप में अभी नहीं उभर रही हैं। पिछले हाल के दिनों में निवेशकों ने शॉर्ट बिटकॉइन फंड से 5.8 मिलियन डॉलर (लगभग 45 करोड़ रुपये) रिडीम किए हैं। CoinShares की यह रिपोर्ट इशारा देती है कि इस समय क्रिप्टो इंडस्ट्री में नकारात्मकता अपने पीक पर है।
CoinMarketCap के
अनुसार, क्रिप्टो सेक्टर का मौजूदा मार्केट कैप 900 अरब डॉलर (लगभग 70,49,601 करोड़ रुपये) है। मंदी की आशंका और क्रिप्टो सेग्मेंट में दिख रही निराशा के बावजूद दुनियाभर में क्रिप्टो को लेकर योजनाएं आगे बढ़ रही हैं। चाहे क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट ऑप्शन के रूप में अपनाना हो या फिर इससे जुड़े नियमों को फाइनलाइज करना हो, तमाम देशों में यह काम हो रहा है।