वर्तमान में अधिकतर क्रिप्टोकरेंसीज में नुकसान चल रहा है और कीमतें लगातार टूट रही हैं। ऐसे में निवेशक क्रिप्टो सेक्टर में लगे पैसे के बारे में फिर से सोचने पर मजबूर हो गए हैं। बिटकॉइन की बात करें तो आज इसकी ट्रेड ओपनिंग $21,791 (लगभग 17 लाख रुपये) पर हुई जो कि भारतीय एक्सचेंज कॉइन स्विच कुबेर के अनुसार 7 प्रतिशत का नुकसान है। भारत समेत ग्लोबल लेवल पर भी बिटकॉइन की कीमत में गिरावट आई है। Binance और CoinMarketCap जैसे वैश्विक एक्सचेंज्स पर बिटकॉइन की कीमत में 8 प्रतिशत की गिरावट आई है और यह $20,350 (लगभग 15 लाख रुपये) पर ट्रेड कर रहा है।
Bitcoin की प्राइस हिस्ट्री पर नजर डालें तो इस महीने में आखिरी बड़ा उछाल इसकी कीमत में 6 जून को देखा गया था। उसके बाद बिटकॉइन का प्राइस लगातार फिसलता चला आ रहा है। अभी आने वाले दिनों में मार्केट एक्सपर्ट्स ने क्रिप्टो प्राइसेज में और अधिक गिरावट की संभावना जताई है। ईथर भी मार्केट के साथ नीचे की ओर गिरता जा रहा है। शुक्रवार को
ईथर में हुआ नुकसान बिटकॉइन से भी ज्यादा रहा। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में आज 11 प्रतिशत का नुकसान देखा गया है। गैजेट्स 360
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, खबर लिखे जाने के समय तक यह $1,154 (लगभग 90,115 रुपये) पर ट्रेड कर रहा था।
सबसे बड़ी दो
क्रिप्टोकरेंसी कीमत में बढ़ोत्तरी के लिए लगातार संघर्ष कर रही हैं। यह संघर्ष अन्य पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स के लिए भी जारी है। Binance Coin, Solana, Polkadot और Avalanche जैसे कॉइन्स का ट्रेड भी आज गिरावट के साथ शुरू हुआ। हालांकि Tether, USD Coin, और Monero में बेहद मामूली बढ़त देखने को मिली है। गिरावट दर्ज करने वालों में Binance USD, Ripple आदि का भी नाम रहा।
मार्केट में चल रहे मौजूदा गिरावट के ट्रेंड से मीम क्रिप्टो टोकन
डॉजकॉइन और
शिबा इनु भी नहीं बच पा रहे हैं। ट्रेड ओपनिंग में दोनों ही क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि खबर लिखे जाने के समय पर डॉजकॉइन में 10 प्रतिशत के इजाफे के साथ बड़ा उछाल देखा गया। वहीं, शिबा इनु में यह इजाफा 5 प्रतिशत से कुछ अधिक था।
पिछले कई दिनों से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट पर अर्थव्यवस्था का दबाव बना हुआ है। Terra और Celsius के क्रैश के बाद कुछ ही हफ्तों के अंदर क्रिप्टोकरेंसी में भारी गिरावट आ चुकी है। दूसरी तरफ, अमेरिकी फेडरेल रिजर्व ने ब्याज दरें और ज्यादा बढ़ा दी हैं जिसका बुरा प्रभाव क्रिप्टो सेक्टर पर पड़ रहा है। CoinMarketCap के अनुसार इस साल मार्च के आसपास क्रिप्टो सेक्टर का मार्केट कैपिटलाइजेशन 2 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 15,610,304 करोड़ रुपये) था। वर्तमान में यह 892 बिलियन डॉलर (लगभग 89,265 करोड़ रुपये) आ गया है।