क्रिप्टो से जुड़ी फर्मों पर हैकर्स के अटैक बढ़ रहे हैं। Bitcoin ATM बनाने वाली फर्म General Bytes भी एक हैक अटैक का शिकार बनी है। फर्म की ओर से की गई जांच में पता चला है कि हैकर्स ने इसके क्रिप्टो एप्लिकेशन सर्वर (CAS) में सेंध लगाकर फंड की चोरी की है। यह सर्वर ATM से बिटकॉइन की खरीद और बिक्री को प्रोसेस करता है।
हैकर्स ने CAS का एक्सेस हासिल कर खुद को इसका एडमिन बताया था और इसके बाद मिले सभी बिटकॉइन को अपने वॉलेट्स में ट्रांसफर कर लिया था। चेक रिपब्लिक की इस फर्म के पास 120 से अधिक देशों में 8,000 से अधिक बिटकॉइन ATM होने का अनुमान है। इस फर्म ने हैक अटैक की पुष्टि की है और ATM यूजर्स को इसकी मशीनों का इस्तेमाल कुछ अवधि तक नहीं करने को कहा है। General Bytes ने एक
ब्लॉग पोस्ट में बताया कि इसके ATM पर यूक्रेन की मदद के लिए डोनेशन का फीचर शुरू करने की घोषणा के तीन दिन बाद इस अटैक का पता चला था।
हालांकि, फर्म ने यह नहीं बताया है कि हैकर्स के इस अटैक में उसे कितना नुकसान हुआ है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन का प्राइस लगभग 21,292 डॉलर पर है।
बिटकॉइन ने पिछले वर्ष नवंबर में लगभग 69,000 डॉलर का हाई बनाया था। इसके बाद से इसमें काफी गिरावट आई है। पिछले कुछ महीनों में बिटकॉइन ATM की संख्या बढ़ी है। एक रिपोर्ट के अनुसार, जून के पहले पखवाड़े में दुनिया के विभिन्न हिस्सों में लगभग 900 बिटकॉइन ATM इंस्टॉल किए गए थे। अमेरिका में इन ATM की सबसे अधिक संख्या है। अमेरिका में लगभग 33,400 क्रिप्टो ATM हैं।
बिटकॉइन की खरीद और बिक्री की सुविधा उपलब्ध कराने वाली इन ATM मशीनों की कानून प्रवर्तन एजेंसियां निगरानी करती हैं। पिछले वर्ष अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (FBI) ने लोगों को विशेषतौर पर ऐसे क्रिप्टो ATM के इस्तेमाल से बचने की चेतावनी दी थी जो ट्रांजैक्शंस के गोपनीय होने का दावा करते हैं। क्रिप्टो ATM सर्विसेज उपलब्ध कराने वाली प्रमुख फर्मों में General Bytes, Coinsource और Bitstop शामिल हैं। कुछ देशों में क्रिप्टो ATM की सर्विसेज को बंद करने का आदेश भी दिया गया है।