बीटा वर्ज़न पेश करने के करीब हफ्ते भर बाद ही Google ने अपने Files Go ऐप को आधिकारिक तौर पर Files का नाम दे दिया है। दुनिया की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक गूगल ने ब्लॉग पोस्ट के ज़रिए गुरुवार को फाइल्स गो ऐप का नाम बदलने की जानकारी दी। साथ में यह भी बताया कि दुनियाभर में हर महीने इस ऐप को 3 करोड़ से ज्यादा लोग इस्तेमाल करते हैं। इस ऐप को सबसे पहले भारत, ब्राज़ील और नाइजीरिया जैसे विकासशील मार्केट के किफायती हैंडसेट के लिए पेश किया गया था। इस ऐप की मदद से यूज़र एक टैप में इंटरनल स्टोरेज से जंक फाइल्स की छुट्टी कर सकते हैं।
गूगल ने
ब्लॉग पोस्ट में लिखा है, "एक साल से कम में Files Go ऐप तेज़ी से विकसित हुआ है। अब हर महीने 3 करोड़ से ज़्यादा लोग इसे इस्तेमाल करते हैं। हमने पाया कि दुनियाभर के लोग इस ऐप को इस्तेमाल कर रहे हैं। चाहें उनके पास कोई भी हैंडसेट हो या किसी तरह का इंटरनेट कनेक्शन। "
चौंकाने वाली बात है कि Google ने इस फाइल्स गो ऐप का नाम बदलने की वजह सार्वजनिक नहीं की है। ऐसा प्रतीत होता है कि कंपनी ने इस ऐप के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए यह फैसला किया है। क्योंकि यह पहले गूगल के एंड्रॉयड गो प्रोग्राम के लिए डिज़ाइन किया गया था। मकसद साफ है कि अब एंड्रॉयड गो मॉडल से परे अन्य सेगमेंट के डिवाइस में इसके इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाए।
नाम बदलने के अलावा Google ने इसे रीडिज़ाइन भी कर दिया है। यह अब मेटरियल थीम डिज़ाइन ट्रीटमेंट के साथ आता है। फाइल्स ऐप में गूगल सेंस फॉन्ट का इस्तेमाल हुआ है और साथ में नई आइकन्स भी दिए गए हैं। इसके अलावा ऐप के बैकग्राउंड को व्हाइट रंग में कर दिया गया है। आइकॉनोग्राफी को भी अपडेट कर दिया गया है।
आप चाहें तो लेटेस्ट Files by Google ऐप को गूगल प्ले से इंस्टॉल कर सकते हैं। यह ऐप एंड्रॉयड 5.0 लॉलीपॉप के बाद के सभी डिवाइस में काम करेगा। यह ऐप 9.8 एमबी का है।
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