Anthropic के चीफ साइंटिस्ट जेरेड कपलान ने AI को लेकर चेतावनी दी है कि यह उम्मीद से बहुत ज्यादा तेजी से प्रगति कर रहा है। यह इतनी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है कि यह जल्द ही छात्रों से बेहतर प्रदर्शन करेगा और व्हाइट कॉलर जॉब्स को पीछे छोड़ देगा।
AI टूल्स मानव क्षमताओं को तेजी से पीछे छोड़ रहे हैं।
AI अनुमान से कहीं ज्यादा तेजी से अपने पैर फैला रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जब से अस्तित्व में आया है तब से ही इस बात पर बहस छिड़ी हुई है कि इसके आ जाने से नौकरियां चली जाने का खतरा है। ऐसा ही कुछ Anthropic के चीफ साइंटिस्ट की ओर से कहा गया है जिन्होंने AI के तेजी से विस्तार को लेकर बड़ी बात कही है। साइंटिस्ट ने चेताया है कि एआई अनुमानित रफ्तार से कहीं ज्यादा तेजी से अपना प्रभाव छोड़ रहा है। यह इसी दशक के अंत तक अधिकतर व्हाइट-कॉलर जॉब्स की जगह ले सकता है।
AI सेफ्टी और रिसर्च कंपनी Anthropic के चीफ साइंटिस्ट जेरेड कपलान ने AI को लेकर चेतावनी दी है कि यह उम्मीद से बहुत ज्यादा तेजी से प्रगति कर रहा है। यह इतनी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है कि यह जल्द ही छात्रों से बेहतर प्रदर्शन करेगा और व्हाइट कॉलर जॉब्स को पीछे छोड़ देगा। साइंटिस्ट ने आगाह किया है कि आने वाले समय में मानवता को यह समझना मुश्किल हो जाएगा कि असल में AI पर हमारा कितना कंट्रोल है! और कंट्रोल है भी या नहीं? यह सब इस दशक के अंत तक हो जाएगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पेशेवर काम को अपेक्षा से कहीं अधिक तेजी से ट्रांसफॉर्म कर सकता है। वैज्ञानिक की ओर से यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब AI क्षेत्र के मुख्य प्लेयर्स जैसे Anthropic, OpenAI, Google, Deepmind, और Meta आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) की ओर बढ़ रहे हैं। AGI एक ऐसा AI सिस्टम है जो इंसानों से भी बेहतर तरीके से टास्क परफॉर्म कर सकता है। कपलान ने अपनी ही फैमिली का उदाहरण देते हुए कहा कि उनका 6 वर्ष का बेटा कभी भी एकेडमिक कामों जैसे कि निबंध लिखने, और गणित की परीक्षा हल करने में AI से बेहतर नहीं हो पाएगा।
यह उदाहरण स्पष्ट रूप से इस बात पर जोर डालता है कि AI टूल्स मानव क्षमताओं को कितनी तेजी से पीछे छोड़ रहे हैं। ये अब वे सारे काम भी करने लगे हैं जो कुछ समय पहले केवल इंसान ही किया करते थे। AI के कटिंग एज मॉडल अब असाधारण स्पीड से खुद को सुधार रहे हैं जिससे इनकी क्षमता थोड़े ही समय में दोगुनी हो जा रही है।
खुद एंथ्रोपिक के लेटेस्ट सिस्टम पहले से ही एडवांस्ड सॉफ्टवेयर एजेंट डेवलेप कर सकते हैं, लंबे समय तक कठिन प्रोग्रामिंग असाइनमेंट संभाल सकते हैं, और लगभग बिना किसी मानवीय निरीक्षण के परिष्कृत तर्क श्रृंखलाएं बना सकते हैं। कापलान ने अनुमान लगाया है कि एआई के डेवलेपमेंट में 2027 और 2030 के बीच एक महत्वपूर्ण बदलाव आने वाला है जब AI अपने से बेहतर AI बनाने में इंसानों की मदद कर रहा होगा। या फिर यह कहीं अधिक बेहतर AI बिना इंसानों की मदद के बना देगा। ऐसे में AI से AI का यह विकास कहां जाकर रुकेगा, यह कोई नहीं जानता।
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हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर ...और भी