स्मार्टवॉच आज सिर्फ समय देखने के लिए नहीं बन रहीं। इन्हें एक फिटनेस डिवाइस के रूप में भी डेवलप किया जा रहा है। मार्केट्स में तमाम ऐसे ब्रैंड्स हैं, जिनकी स्मार्टवॉच में फिटनेस से जुड़े सेंसर लैस हैं। इनमें हार्ट रेट मॉनिटर, स्लीप ट्रैकिंग फीचर सबसे कॉमन है। ब्लड में ऑक्सिजन का लेवल बताने वाला SpO2 फीचर भी खूब पेश किया जा रहा है। इसके अलावा, ब्लड ग्लूकोज मॉनिटरिंग फीचर और ब्लड प्रेशर बताने वालीं स्मार्टवॉच भी मार्केट में आ रही हैं। कई ब्रैंड्स तो बॉडी टेंपरेचर बताने वाली स्मार्टवॉच भी ले आए हैं। जब तमाम कंपनियां अपनी डिवाइस को अपग्रेड कर रही हैं, तब दुनिया के सबसे बड़े ब्रैंड ऐपल (Apple) से क्या उम्मीद करनी चाहिए? यही कि ऐपल स्मार्टवॉच भी इन फीचर्स से लैस हों। लेकिन यूजर्स की उम्मीदें धुंधली हो सकती हैं। खबरें हैं कि ब्लड ग्लूकोज मॉनिटरिंग फीचर और ब्लड प्रेशर मापने वाले फीचर को ऐपल फौरन अपनी डिवाइसेज में नहीं लाने जा रही।
Apple के अगले मेन सेंसर को Apple वॉच में पेश किया जाएगा। appleinsider के
मुताबिक, इसमें ब्लड ग्लूकोज और ब्लड प्रेशर सेंसर नहीं होंगे। स्मार्टवॉच के लिए ये दोनों फीचर बेहद अहम हैं, खासतौर पर उनके लिए, जो डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं। हालांकि Apple वॉच का डेवलपमेंट तेजी से हो रहा है और इसके फंक्शंस भी बढ़े हैं, लेकिन यह क्लीयर नहीं है कि Apple वॉच के इकोसिस्टम में ये दो जरूरी फीचर क्यों शामिल नहीं किए गए हैं।
हालांकि ऐसी खबरें हैं कि Apple Watch Series 8 को इस साल बॉडी टेंपरेचर फीचर से लैस किया जा सकता है। कंपनी की नई स्मार्टवॉच सीरीज में इस साल तीन मॉडल रिलीज होने की उम्मीद है। भले ही ऐपल वॉच ने उम्मीदों को तोड़ा हो, लेकिन यह अपने प्रशंसकों और यूजर्स को लुभाती रही है। हेल्थ और फिटनेस डिवाइस के तौर पर ऐपल वॉच ने दुनिया भर में अपनी अहमियत को साबित किया है।
बात करें कंपनी की, तो ऐपल ने इस साल अपने इंजीनियरों को अच्छा बोनस दिया है। टैलंट को अपने साथ बनाए रखने के लिए ऐपल ने कुछ इंजीनियरों को स्टॉक बोनस जारी किए हैं। पिछले हफ्ते कंपनी ने सिलिकॉन डिजाइन, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर व ऑपरेशंस से जुड़े चुनिंदा इंजीनियरों को आउट-ऑफ साइकल बोनस के बारे में बताया। इस मामले की जानकारी रखने वाले कुछ लोगों के अनुसार, यह बोनस स्टॉक यूनिट्स के तौर पर जारी किए जा रहे हैं। शेयर चार साल से अधिक के लिए हैं, ताकि इंजीनियर्स ऐपल के साथ बने रहें। गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में Facebook की पैरंट कंपनी Meta ने ऐपल के करीब 100 इंजीनियरों को अपने यहां जॉब दी है।