Live Grenade Surgery : सर्जरी के दौरान डॉक्टरों ने इलेक्ट्रोकोएग्यूलेशन (electrocoagulation) का इस्तेमाल नहीं किया। यह रक्तस्राव को कंट्रोल करने का एक नॉर्मल तरीका है, जिसमें इलेक्ट्रिक कंरट का इस्तेमाल होता है। डॉक्टरों को डर था कि इलेक्ट्रिक करंट यूज करने पर ग्रेनेड फट सकता है।
इस प्रोसीजर में मरीज की जांघ की हड्डी में एडजस्ट हो सकने वाला मेटल से बना पार्ट फिट किया जाता है। इसके बाद इसे एक मैग्नेटिक रिमोट कंट्रोल से तीन महीने तक प्रति दिन एक्सटेंड किया जाता है