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Cyber - ख़बरें

  • 1 साल में 25 हजार करोड़ की चोरी! 2025 में Crypto हैक्स ने बनाया नया रिकॉर्ड
    2025 क्रिप्टोकरेंसी इंडस्ट्री के लिए अब तक का सबसे खराब साल साबित हुआ है। ब्लॉकचेन एनालिसिस फर्म्स Chainalysis और TRM Labs के मुताबिक, इस साल साइबर हैक्स और अटैक्स के जरिए करीब $2.7 बिलियन की क्रिप्टो चोरी हुई है। सबसे बड़ा मामला दुबई स्थित Bybit एक्सचेंज से जुड़ा रहा, जहां अकेले $1.4 बिलियन की डिजिटल एसेट्स चोरी की गईं। रिपोर्ट्स में उत्तर कोरिया से जुड़े हैकर ग्रुप्स को इन हमलों का मुख्य जिम्मेदार बताया गया है। लगातार बढ़ते ये आंकड़े क्रिप्टो सिक्योरिटी पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।
  • क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने वाले सावाधान! भारत में 26 फर्जी क्रिप्टो वेबसाइट्स का भंडाफोड़
    Enforcement Directorate ने देशभर में फैले एक बड़े क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट स्कैम का खुलासा करते हुए 26 फर्जी वेबसाइट्स को रेड-फ्लैग किया है। ED के मुताबिक, ये प्लेटफॉर्म्स खुद को वैध क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट साइट्स बताकर लोगों को हाई रिटर्न का लालच दे रहे थे। शुरुआती तौर पर छोटे मुनाफे दिखाकर निवेशकों का भरोसा जीता गया और बाद में अकाउंट फ्रीज व एक्स्ट्रा चार्ज के नाम पर ठगी की गई। एजेंसी का कहना है कि यह नेटवर्क सालों से एक्टिव था और इसमें करोड़ों रुपये के लेनदेन का शक है।
  • आपका WhatsApp डेटा खतरे में? 56 हजार डाउनलोड्स के बाद खुला राज, एक्सपर्ट ने दी सलाह
    npm रजिस्ट्री पर मौजूद एक खतरनाक पैकेज ने खुद को WhatsApp Web API लाइब्रेरी बताकर हजारों डेवलपर्स को निशाना बनाया है। lotusbail नाम का यह पैकेज पिछले छह महीनों से उपलब्ध था और अब तक 56 हजार से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। सिक्योरिटी रिसर्चर्स के मुताबिक, यह पैकेज WhatsApp के मैसेज, कॉन्टैक्ट्स और ऑथेंटिकेशन टोकन चोरी कर सकता है और अटैकर के डिवाइस को अकाउंट से लिंक कर देता है। डेवलपर्स को इसे तुरंत हटाने की सलाह दी गई है।
  • फ्री मूवी देखने की आदत डाल सकती है आपको खतरे में, सरकार ने Pikashow ऐप से किया सावधान
    अगर आप भी Pikashow ऐप से फ्री में कंटेंट देखते हैं तो आप सिर्फ मूवी नहीं देख रहे हैं बल्कि आप क्राइम कर रहे हैं। इसके साथ-साथ आपका फोन और आप दोनों ही खतरे में पड़ सकते हैं। हाल ही में X पर भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा संचालित एक साइबर सुरक्षा जागरूकता पहल CyberDost ने यूजर्स को Pikashow से सावधान किया है।
  • ट्रैवल कर रहे हैं तो संभल जाइए! फर्जी होटल बुकिंग वेबसाइट के जरिए हुआ बड़ा स्कैम, जानें पूरा मामला
    Delhi Police की Crime Branch ने एक फर्जी होटल बुकिंग वेबसाइट से जुड़े साइबर फ्रॉड मामले का खुलासा किया है। इस केस में पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रतोष कुमार को गिरफ्तार किया है, जो खुद को पॉपुलर होटल बुकिंग प्लेटफॉर्म का कस्टमर सपोर्ट बताकर लोगों को ठग रहा था। Times of India की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ने OTP और UPI डिटेल्स हासिल कर एक अमेरिकी नागरिक से 57,186 रुपये की ठगी की। जांच में सामने आया कि आरोपी पिछले कई सालों से इस तरह के फ्रॉड को अंजाम दे रहा था और उसके मोबाइल नंबर कई साइबर शिकायतों से जुड़े पाए गए।
  • 1,000 करोड़ की ठगी और 111 फर्जी कंपनियां, कैसे CBI ने इस बड़े साइबर फ्रॉड का किया खुलासा, यहां जानें
    CBI ने देशभर में एक्टिव एक बड़े इंटरनेशनल साइबर फ्रॉड नेटवर्क का खुलासा किया है, जो फर्जी लोन ऐप्स, नकली इनवेस्टमेंट स्कीम्स, झूठे जॉब ऑफर्स और ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म्स के जरिए लोगों को ठग रहा था। जांच एजेंसी ने इस मामले में 17 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है, जिनमें चार विदेशी नागरिक और 58 कंपनियां शामिल हैं। CBI के मुताबिक, यह रैकेट Ponzi और MLM मॉडल पर काम कर रहा था। जांच में 111 शेल कंपनियों और 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के संदिग्ध ट्रांजैक्शन का भी खुलासा हुआ है।
  • कौन सी UPI आईडी और सोशल मीडिया अकाउंट है फ्रॉड, ये सरकारी वेबसाइट देगी जानकारी
    आप ऑनलाइन फ्रॉड, निजी जानकारी की चोरी और ऑनलाइन होने वाले वित्तीय क्राइम की घटनाओं से बचाव कर सकते हैं। आप अपने फोन या लैपटॉप पर किसी अंजान नंबर पर पेमेंट करने से पहले यह चेक कर सकते हैं कि कोई यूपीआई नंबर फ्रॉड है या नहीं। इसके अलावा किसी का सोशल मीडिया अकाउंट फ्रॉड है या नहीं इसकी भी जानकारी पा सकते हैं।
  • Cyber Fraud: वीडियो कॉल पर फर्जी अधिकारी बनकर BLO से ठगे Rs 53,000! जानें पूरा मामला
    मेरठ के मवाना में एक स्कूल शिक्षक, जो इस समय BLO की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, एक नए साइबर फ्रॉड का शिकार बन गए। एक अनजान व्यक्ति ने वीडियो कॉल पर खुद को जिला कार्यक्रम अधिकारी (DPRO) बताया और SIR फॉर्म सबमिशन को लेकर फटकार लगाते हुए लॉगिन डिटेल्स मांग लीं। शिक्षक को शुरू में शक हुआ, लेकिन कॉलर के आधिकारिक व्यवहार ने उन्हें भरोसे में ले लिया। कुछ ही घंटों बाद शिक्षक के फोन पर बैंक संदेश आने बंद हो गए और बाद में पता चला कि चार ट्रांजेक्शंस में कुल 53,000 रुपये खाते से निकल चुके थे। मवाना पुलिस ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है और जांच शुरू कर दी है।
  • पब्लिक वाई-फाई इस्तेमाल करते हुए अपने लैपटॉप और डाटा को कैसे रखें सुरक्षित
    पब्लिक वाई-फाई का उपयोग करने वाले यूजर्स अक्सर साइबर हमलावरों के लिए सबसे आसान लक्ष्य होते हैं। अगर आप बिना सुरक्षा के पब्लिक वाई-फाई से कनेक्ट होते हैं तोकुछ ही मिनटों में आपकी बैंकिंग जानकारी, प्राइवेट मैसेज और निजी फाइल गलत हाथों में जा सकती हैं। ऐसे में संभावित खतरों से बचने के लिए पब्लिक वाई-फाई का उपयोग करने से पहले अपने लैपटॉप को सुरक्षित करना बेहद जरूरी है।
  • Facebook पर वर्क-फ्रॉम-होम के झांसे में फंसी महिला, ठग लिए गए 31 लाख, पुलिस ने दी चेतावनी!
    कर्नाटक के ऊडुपी से एक बड़ा साइबर फ्रॉड मामला सामने आया है, जहां एक 55 वर्षीय महिला फेसबुक पर दिखे “वर्क-फ्रॉम-होम” विज्ञापन के बहकावे में आकर 31 लाख रुपये खो बैठी। ठगों ने खुद को NSE ऑफिस का HR बताकर व्हाट्सऐप और टेलीग्राम के जरिए उससे ऑनलाइन टास्क करवाए और भरोसा जीतने के लिए शुरुआत में छोटी रकम भेजी। इसके बाद निवेश पर 30-40% रिटर्न का लालच दिया गया, जिसके चलते पीड़ित लगातार बड़े-बड़े ट्रांजैक्शन करती रही। रकम भेजने के बाद ठगों ने संपर्क तोड़ दिया। पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और लोगों को ऐसे ऑफर्स से सतर्क रहने की सलाह दी है।
  • स्मार्टफोन्स में प्री-इंस्टॉल्ड नहीं होगा Sanchar Saathi ऐप, सरकार ने वापस लिया ऑर्डर
    विपक्षी दलों ने सरकार के इस आदेश का कड़ा विरोध किया था। कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने कहा था कि इससे नागरिकों के प्राइवेसी से जुड़े अधिकारों का उल्लंघन होगा और इस ऐप का इस्तेमाल लोगों की जासूसी करने के लिए हो सकता है। हालांकि, इस विवाद के बाद टेलीकॉम मिनिस्टर Jyotiraditya Scindia ने बताया था कि स्मार्टफोन्स में इस ऐप को डिलीट किया जा सकेगा।
  • iPhone में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल नहीं करेगी Apple!
    एपल की इस आदेश को मानने की योजना नहीं है। दुनिया में कहीं भी कंपनी इस तरह के आदेश का पालन नहीं करती क्योंकि इससे एपल के iOS इकोसिस्टम के लिए प्राइवेसी और सिक्योरिटी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। एपल के लिए भारत एक बड़ा मार्केट है। देश में इस वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी की iPhones की सेल्स 25 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है। तीसरी तिमाही में कंपनी ने लगभग 50 लाख आईफोन्स की शिपमेंट की है।
  • क्या होता है GPS Spooing? जिससे भारत के 7 बड़े एयरपोर्ट्स को बनाया गया था निशाना? यहां जानें
    भारत सरकार ने पुष्टि की है कि देश के सात बड़े एयरपोर्ट्स को GPS Spoofing से जुड़े साइबर अटैक्स का सामना करना पड़ा है। यह हमला विमान के नेविगेशन सिस्टम को फर्जी लोकेशन और स्पीड डेटा भेजकर उसे भ्रमित कर सकता है। प्रभावित एयरपोर्ट्स में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु शामिल हैं। हालांकि, भारत का Minimum Operating Network (MON) सिस्टम, जो ग्राउंड-बेस्ड नेविगेशन बैकअप है सक्रिय होने की वजह से कोई फ्लाइट बाधित नहीं हुई।
  • आपके नाम पर जारी SIM के गलत इस्तेमाल के लिए आप होंगे जिम्मेदार!
    जाली दस्तावेजों, फ्रॉड के जरिए SIM कार्ड खरीदने वाले भी मुश्किल में फंस सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति के नाम पर जारी SIM कार्ड को गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल किसी अपराधी को दिया जाता है जो जिसके नाम पर वह SIM कार्ड जारी किया गया है, वह व्यक्ति भी दोषी माना जा सकता है। DoT ने मोबाइल सब्सक्राइबर्स को कॉलिंग लाइन आइडेंटिटी में बदलाव करने वाले मोबाइल एप्लिकेशंस का इस्तेमाल नहीं करने की भी सलाह दी है।
  • SIR फ्रॉम स्कैम, वोटर लिस्ट से नाम हटाने की धमकी, OTP किया शेयर तो होगा बड़ा फ्रॉड
    स्पेशल इंटेसिव रिविजन (SIR) फॉर्म भरवाने के नाम पर एक नया साइबर फ्रॉड सामने आ रहा है। साइबर अपराधी चुनाव आयोग के नाम पर मतदाताओं को फोन कर रहे हैं और SIR फॉर्म भरने के बहाने ओटीपी मांग रहे हैं। यह नया तरीका काफी सामान्य दिखता है, लेकिन खतरनाक है। फ्रॉड खुद को चुनाव आयोग का कर्मचारी बताते हुए दावा करते हैं कि वे SIR फॉर्म वेरिफिकेशन में मदद कर रहे हैं और मतदाता के फोन पर भेजे गए ओटीपी को मांगते हैं।

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