DRDO द्वारा की गई एक जांच में संगठन ने बैटरी में बड़ी दिक्कत देखी थी। एजेंसी ने साफ किया कि Okinawa Autotech, Pure EV, Jitendra Electric Vehicles, Ola Electric और Boom Motors जैसे इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स निर्माताओं ने लागत में कटौती के लिए लोअर ग्रेड मैटेरियल का इस्तेमाल किया हो सकता है।