एथर एनर्जी के सीईओ ने ये भी कहा कि इसका दूसरा कारण भारत में हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मांग बढ़ना भी है। कंपनियां अधिक स्पीड वाले ईवी (EV) बना रही हैं जिनमें कम कम क्षमता वाली बैटरी का ओवरहीट होना लाजमी है।
Ather Energy अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर को 5,000 प्रति माह से बढ़ाकर 20,000 यूनिट्स प्रति माह करने की प्लानिंग कर रही है। इसके पीछे छोटे शहरों में Ather 450 इलेक्ट्रिक स्कूटर की बढ़ती मांग बताई गई है।