17 मई को ‘वर्ल्ड टेलिकॉम डे' है। इस दिन सरकार देशभर के लोगों के लिए www.sancharsathi.gov.in पोर्टल
लॉन्च करने जा रही है। इस पोर्टल की मदद से गुम या चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक और ब्लॉक किया जा सकेगा। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव बुधवार को संचार साथी (CEIR) पोर्टल को ऑफिशियली लॉन्च करेंगे। जानकारी के अनुसार, पोर्टल की मदद से देशभर के लोग अपने खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक कर पाएंगे। उसे ब्लॉक करा सकेंगे। खास यह है कि अगर खोया या चोरी हुआ फोन पोर्टल की मदद से मिल जाता है, तो उसे अनब्लॉक कराकर दोबारा इस्तेमाल किया जा सकेगा।
ब्लॉक कराना चाहिए फोन का IMEI
संचार साथी पोर्टल पर दी गई
जानकारी के अनुसार, किसी भी व्यक्ति का मोबाइल फोन खो जाए या चोरी हो जाए, तो उसे फोन के IMEI को ब्लॉक करा देना चाहिए। IMEI का मतलब होता है, इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी। यह किसी भी डिवाइस की पहचान करने के लिए एक यूनीक नंबर होता है, जिसमें 15 अंक होते हैं। मोबाइल के पैकेजिंग बॉक्स पर IMEI लिखा होता है। अपने फोन में *#06# डायल करके भी आप IMEI नंबर चेक कर सकते हैं।
चोरी/खोए हुए फोन को ऐसे कराएं ब्लॉक
इसके लिए
www.sancharsathi.gov.in पर दिए गए फॉर्म को भरना होगा। फॉर्म भरने से पहले पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराएं और रिपोर्ट की एक कॉपी अपने पास रखें। अपने टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर से डुप्लीकेट सिम ले लें, क्योंकि IMEI ब्लॉक करने की रिक्वेस्ट से जुड़ा ओटीपी आपके प्राइमरी मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा।
यहां ध्यान रहे कि डुप्लीकेट सिम में SMS की सुविधा 24 घंटे में शुरू होती है। पुलिस रिपोर्ट, आईडी प्रूफ, मोबाइल खरीदते वक्त मिला इनवॉइस जैसे दस्तावेजों की मदद से फोन ब्लॉक करने के लिए ऐप्लीकेशन दी जा सकती है। रिक्वेस्ट सबमिट होने के 24 घंटों के भीतर फोन ब्लॉक कर दिया जाता है। इसके बाद डिवाइस को देश में किसी भी मोबाइल नेटवर्क पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। हालांकि पुलिस उस फोन को ट्रैक करती रहती है।
ऐसे कराएं मोबाइल को अनब्लॉक
खोया या चोरी हुआ फोन मिल जाने पर उसे अनब्लॉक कराया जा सकता है। इसके लिए लोकल पुलिस को सूचना देनी होगी। उसके बाद संचार साथी पोर्टल पर फॉर्म भरकर फोन अनब्लॉक कराया जा सकता है।
दिल्ली-मुंबई में काम कर रहा पोर्टल
बताया जाता है कि यह पोर्टल अभी दिल्ली-मुंबई सर्कल्स में काम कर रहा है। करीब 4 लाख 70 हजार खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन ब्लॉक किए गए हैं। 2 लाख 40 हजार से ज्यादा मोबाइल फोन ट्रैक किए गए हैं। 8 हजार फोन की बरामदगी भी हुई है।