Vodafone Idea ने मोबाइल डेटा की दर महंगी करने की मांग की है। कंपनी ने प्रस्ताव रखा है कि मोबाइल डेटा की दर को बढ़ा कर 35 रुपये प्रति जीबी कर दिया जाए। बता दें कि यदि ऐसा होता है और आपके पास वोडाफोन या आइडिया का कनेक्शन है, तो आपको जल्द ही डेटा के लिए सात से आठ गुना पैसे चुकाने होंगे। इतना ही नहीं, कंपनी एक फिक्स मासिक शुल्क के साथ कॉल रेट को भी छह पैसा प्रति मिनट करने की मांग कर रही है। फिलहाल मोबाइल डेटा के लिए यूज़र्स से चार से पांच रुपये प्रति जीबी शुल्क लिया जाता है। इसके अलावा कॉलिंग भी वोडाफोन से वोडाफोन मुफ्त होती है और अन्य नेटवर्क पर कॉल करने के लिए ग्राहक 1 से 1.5 पैसा प्रति मिनट चार्ज देते हैं।
Vodafone Idea का कहना है कि डेटा और कॉलिंग के शुल्क में बढ़ोतरी की मांग कंपनी को हो रहे नुक्सान की भरपाई के लिए की गई है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के मुताबिक, वोडाफोन आइडिया इस समय करीब 53 हजार करोड़ रुपये एजीआर के बकाए के बोझ तले दबी हुई है। इसको लेकर वोडाफोन आइडिया ने एजीआर बकाये के भुगतान के लिए 18 साल की समयसीमा भी मांगी है और साथ ही ब्याज़ और जुर्माने के भुगतान से तीन साल की छूट मिलने की मांग भी की है।
कंपनी ने दूरसंचार मंत्रालय (DoT) को एक पत्र भी लिखा है। इसमें कंपनी ने मोबाइल डेटा की दर प्रति गीगाबाइट 35 रुपये करने की मांग की है और 1 अप्रैल 2020 से मिनिममम मासिक कनेक्शन शुल्क को 50 रुपये करने की मांग की है। जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि फिलहाल भारत में मोबाइल इंटरनेट के लिए ग्राहक 4 से 5 रुपये प्रति जीबी शुल्क देते हैं।
याद दिला दें कि कुछ महीनों पहले ही भारत में वोडाफोन आइडिया समेत एयरटेल और जिसो ने कॉल और इंटरनेट की दर को बढ़ाया था। कॉल और डेटा में यह 50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी थी और अब इसके तीन महीनों के भीरत वोडाफोन और आइडिया डेटा और कॉल की दर को सात से आठ गुना बढ़ाने का प्रसताव रख रहे हैं।