रिलायंस जियो के सब्सक्राइबर की संख्या अप्रैल में सबसे कम रही है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) द्वारा जारी किए गए एक डेटा से यह जानकारी मिली। हालांकि, यूज़र बढ़ने के मामले में इंडस्ट्री में Reliance Jio लगातार सबसे आगे रही है। गौर करने वाली बात है कि, रिलायंस जियो ने अप्रैल में अपनी मुफ्त सेवाएं बंद कर दीं थीं। अगर यूज़र 4जी डेटा, जियो ऐप सब्सक्रिप्शन, मुफ्त वॉयस कॉल और एसएमएस सहित दूसरी सेवाओं का लाभ लेना चाहते हैं तो Reliance Jio की सेवाओं के लिए जियो प्राइम मेंबर लेना और 309 रुपये का रीचार्ज कराना जरूरी है।
रिलायंस जियो 4जी और ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर
भारत में अप्रैल में टेलीकॉम सब्सक्राइबर की संख्या 1.198.89 मिलियन रही। पिछले महीने 1.194.89 मिलियन टेलीकॉम सब्सक्राइबर थे यानी अप्रैल में 0.36 प्रतिशत यानी 4.31 मिलियन का इज़ाफा हुआ। रिलायंस जियो का यूज़़र बेस अप्रैल में 112.55 मिलियन रहा। मार्च की तुलना में अप्रैल में 3.87 मिलियन यूज़र बढ़े। मार्च में यह संख्या
108.68 मिलियन थी। किसी एक कंपनी के लिहाज़ से देखें तो इंडस्ट्री में यह बढ़त सबसे ज़्यादा है लेकिन जियो के लिए सबसे कम।
रिलायंस जियो के लॉन्च के बाद से कंपनी के सब्सक्राइबर की संख्या में सबसे ज़्यादा इज़ाफा दिसंबर में देखा गया।
दिसंबर में जियो के सब्सक्राइबर का आंकड़ा 20 मिलियन पार कर गया। कंपनी ने देश के सबसे बड़े ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा प्रदाता के तौर पर भी अपनी स्थित मजबूत की है क्योंकि कंपनी के 112.55 मिलियन यूज़र, ब्रॉडबैंड सेवाओं का लाभ भी ले सकते हैं। एयरटेल के 52.25 मिलियन सब्सक्राइबर से जियो कहीं आगे है।
अप्रैल महीने में बढ़े कुल सब्सक्राइबर की बात करें तो, रिलायंस जियो के बाद भारती एयरटेल दूसरे नंबर पर रही। एयरटेल के सब्सक्राइबर की संख्या में 2.85 मिलियन नए मोबाइल सब्सक्राइबर का इज़ाफा हुआ। इसके बाद 0.81 मिलियन सब्सक्राइबर के साथ बीएसएनएल तीसरे, 0.75 मिलियन सब्सक्राइबर के साथ वोडाफोन और 0.68 सब्सक्राइबर के साथ आइडिया पांचवे नंबर पर रही। टाटा टेलीकॉम ने अप्रैल में सबसे ज़्यादा मोबाइल सब्सक्राइबर खोए, कंपनी के 1.46 मिलियन यूज़र कम हो गए। इसके अलावा जिन कंपनियों के सब्सक्राइबर की संख्या में कमी आई, उनमें रिलायंस कम्युनिकेशंस (1.32 million), एयरसेल (0.33 million), सिस्टेमा श्याम (0.27 मिलियन) और एमटीएनएल (2,137) रहीं।